सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक जवान ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती शहर मुर्शिदाबाद में एक शिविर में अपने सहयोगी की हत्या करने के बाद कथित तौर पर खुद को गोली मार ली। घटना भारत-बांग्लादेश मोर्चे पर काकमारीचर बीएसएफ कैंप में सुबह करीब 6:45 बजे हुई। यह शिविर अर्धसैनिक बल के बरहामपुर सेक्टर के अंतर्गत स्थित है, जो राज्य की राजधानी कोलकाता से लगभग 230 किमी दूर है।
अधिकारी ने कहा कि हेड कांस्टेबल जोंसन टोप्पो ने कथित तौर पर अपने सहयोगी हेड कांस्टेबल एसजी शेखर को अपनी सर्विस राइफल से गोली मार दी। ये दोनों बल की 117वीं बटालियन के हैं। यह घटना उस समय हुई जब वे बॉर्डर पर नाइट ड्यूटी खत्म कर अपने पोस्ट पर लौटे थे।
अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय पुलिस ने उन्हें सोमवार सुबह 10 बजे रामनगर पुलिस थाने में पेश होने के लिए समन जारी किया।
ऐसी ही घटना रविवार को अमृतसर में घटी थी
इससे पहले रविवार को, एक जवान ने पंजाब के सीमावर्ती शहर अमृतसर में बीएसएफ शिविर पर कथित रूप से गोलियां चलाईं, जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। इस दौरान गोली चलाने वाले जवानों की भी मौत हो गई।
कांस्टेबल सतेप्पा एस. के. कथित तौर पर अपनी सर्विस राइफल से गोली चला दी और इस दौरान आरोपी सतप्पा की भी मौत हो गई। यह घटना भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अटारी-वाघा सीमा चौकी से करीब 12-13 किलोमीटर दूर खासा इलाके में 144वीं बटालियन के परिसर में हुई।
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल सतेप्पा कर्नाटक का रहने वाला था। उन्होंने कहा कि वह अपनी ड्यूटी के घंटों से परेशान हैं और उन्होंने परिसर में खड़े एक सेकंड-इन-कमांड रैंक के अधिकारी के वाहन पर भी गोलियां चला दीं।
मृतकों की पहचान कांस्टेबल सतेप्पा एसके (कर्नाटक), हेड कांस्टेबल राम बिनोद (बिहार), हेड कांस्टेबल तोर्सकर डीएस (महाराष्ट्र), हेड कांस्टेबल रतन सिंह (जम्मू और कश्मीर) और हेड कांस्टेबल बलजिंदर कुमार (हरियाणा) के रूप में हुई है। किया हुआ।