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Bageshwar Dham: आस्था का विषय अंधविश्वास कैसे? क्या मिशनरियों के टारगेट पर है धाम?

Bageshwar Dham: लोगों की आस्था को अंधविश्वास बताकर बागेश्वर धाम पर प्रश्न उठाए जा रहे हैं। इसके पीछे एक बड़ा कारण मिशनरी भी हो सकते हैं, क्योंकि ईसाई बन चुके 300 लोगों ने धाम पर हाल ही में सनातन धर्म में वापसी की थी।

Om Prakash Napit

Bageshwar Dham: कई दिनों से सोशल मीडिया और चैनलों पर बागेश्वर धाम सरकार को लेकर तरह तरह की बातें कही जा रही हैं। धाम के कथावाचक आचार्य धीरेंद्र शास्त्री पर सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्हें लेकर कहा जा रहा है कि वो देश में अंधविश्वास फैलाने का काम कर रहे हैं। उनके पास को सिद्धी नहीं है बल्कि वो लोगों की भावनाओं के साथ खेल रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री पर ये आरोप महाराष्ट्र की संस्था अंध श्रद्धा उन्मूलन समिति ने लगाया है।

अब बात यह है कि अंधविश्वास अपनी जगह है और आस्था अपनी जगह। किसी की आस्था को अंधविश्वास से जोड़ कर टिप्पणी करना जायज नहीं कहा जा सकता, क्योंकि जब लोगों के काम बनते हैं, समस्याएं और परेशानियां दूर होती हैं तब उनकी उसमें आस्था प्रबल होती है। जैसे हिंदू ईश्वर में, मुस्लिम अल्लाह में और ईसाई यीशू में विश्वास करते हैं। उनकी उस अदृश्य शक्ति में आस्था है।

अब प्रश्न उठता है कि हमेशा की तरह इस बार भी सनातनी ही टारगेट पर क्यों है? धर्म परिवर्तन कर ईसाई बने करीब 300 लोगों की हाल ही में बागेश्वर धाम पर सनातन धर्म में वापसी कराई गई थी, ऐसे में क्या यह धाम मिशनरियों के टारगेट पर है? क्या साजिशन इस पवित्र धाम को बदनाम करने का षडयंत्र विदेशी ताकतों के इशारे पर रचा गया है? पूरा मामला जानने के लिए पढ़ें Since Independence की यह रिपोर्ट...

ईसाई बन चुके 300 लोगों की कराई गई सनातन धर्म में वापसी।

बागेश्वर धाम को टारगेट के पीछे कुछ बड़े कारण

  • बागेश्वर धाम महंत धीरेंद्र शास्त्री ने लव जिहाद को लेकर बयान दिया है। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारत को खंड-खंड करने के लिए यह एक षड्यंत्र है। इसके पीछे कुछ मुस्लिम देश है। वहां से इसकी फंडिंग होती है। उनकी शय पर भारत देश में ये षड्यंत्र चलाया जा रहा है। इसे रोकना जरूरी है।

  • करीब एक माह पूर्व क्रिसमस के दिन बागेश्वर सरकार ने 300 लोगों को सतानती बनाया। दमोह में रविवार को रामकथा में शामिल होने आए इन लोगों ने हिंदू धर्म को पुनः अपना लिया है। इन्होंने बताया कि ये किस तरह धर्म परिवर्तन कर ईसाई बने थे। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने सभी लोगों को शपथ दिलाई कि वे अब कभी अपना धर्म नहीं छोड़ेंगे।

  • रायपुर में शनिवार को दरबार में ओडिशा के 3 लोगों ने धर्म वापसी कर सनातन धर्म को अपनाने की घोषणा की। एक मुस्लिम युवती ने भी हिंदू धर्म अपनाया है। मुस्लिम महिला का कहना है कि सनातन धर्म श्रेष्ठ है। इसमें भाई-बहन की शादी नहीं होती। तीन तलाक कहकर छोड़ नहीं दिया जाता। मंच से महाराज ने सभी का स्वागत किया।

यह आरोप लगाया था समिति ने

महाराष्ट्र की संस्था अंध श्रद्धा उन्मूलन समिति के श्याम मानव ने धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बागेश्वर धाम सरकार चुनौती दी थी कि वह नागपुर में उनके मंच पर आए और अपना चमत्कार दिखाएं। संस्थान ने कहा कि अगर धीरेंद्र शास्त्री ऐसा करते हैं तो उन्हें 30 लाख रुपये दिए जाएंगे लेकिन उन्होंने चुनौती स्वीकार नहीं की।

जानें बागेश्वर धाम सरकार के बारे में

बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। बागेश्वर दरबार में लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपनी अर्जी लेकर पहुंचते हैं। धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम सरकार के नाम से दुनिया भर में प्रसिद्धी पा चुके हैं। उनके वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होते हैं। इतना ही नहीं यूट्यूब पर भी उनके कथा को लाखों लोग सुनते हैं।

धीरेंद्र शास्त्री को लेकर कहा जाता है कि वह लोगों की मन की बात को पढ़ लेते हैं। इतना ही नहीं शास्त्री दरबार में आए व्यक्ति का मोबाइल नंबर और घर में रखी चीजों के बारे में भी बता देते हैं।

वो धर्मांतरण के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। दूसरे धर्म में गए लोगों की घर वापसी करा रहे हैं। इससे वामपंथी ताकतें विचलित हो गई हैं और उन पर हमला बोल रही हैं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, बागेश्वर धाम सरकार

योगगुरु समेत ये बागेश्वर धाम के समर्थन में

योगगुरू स्वामी रामदेव ने कहा कि कुछ पाखंडी धीरेन्द्र शास्त्री पर टूटकर पड़े हैं और पूछ रहे है कि बालाजी की कृपा क्या है, हनुमान जी की कृपा क्या है? स्वामी रामदेव ने कहा कि जिन्हें बाहर की आंखों से देखना हो वो धीरेन्द्र शास्त्री से पूछें, लेकिन जिन्हें तर्क वितर्क करना हो वो रामभद्राचार्य जी के पास आ जाओ और चमत्कार देखना हो तो इनके शिष्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पास चले जाओ।

मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी बागेश्वर धाम के पक्ष में बोलते हुए कहा कि इस समय लोग जल्द नाम कमाने के चक्कर में हिंदू वास्तव में भगवान राम कृष्ण और संत मुनियों के खिलाफ टिप्पणियां करने लगे हैं। कभी रामायण के नाम पर कभी धर्म गुरुओं के नाम पर लोग टिप्पणी कर रहे हैं। क्या किसी और धर्म में किसी और धर्म गुरुओं का अपमान करना संभव है?

जावरा दरगाह पर बात क्यों नहीं : विजयवर्गीय

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश के बारे में मुझे जानकारी है, मैंने पंडित का इंटरव्यू देखा है, उन पर अंधविश्वास फैलाने के जो भी आरोप लगाए गए हैं वो गलत और बेतुके हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि जावरा दरगाह में भी लोग जमीन पर लोटते और पीटते हैं, लेकिन उसके बारे में कही कोई भी बात नहीं करता है। क्या अब तक किसी ने जावरा पर सवाल खड़े किए हैं?

समर्थन में सड़कों पर उतरेंगे 50 हजार संत

मध्य प्रदेश का संत-पुजारी संगठन बहुचर्चित बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समर्थन में उतर आया है। संतों ने संगठन की बैठक में शनिवार को शास्त्री के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया। उन्होंने चेतावनी दी है कि धर्मेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ यदि किसी तरीके की साजिश हुई, तो उसके खिलाफ साधु-संत समाज सड़क पर उतरेगा। 50 हजार साधु-संत सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे।

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