राष्ट्रीय

जहांगीरपुरी हिंसा मामले में FIR दर्ज, अब तक 15 संदिग्ध हिरासत में, आखिर माहौल कैसे बिगड़ा?

Jahangipuri Violence: दिल्ली के जहांगीरपुरी और अन्य संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। दिल्ली पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में अब तक 15 संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

ChandraVeer Singh

Jahangipuri Violence: उत्तर-पश्चिम दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में 16 अप्रैल की शाम हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) के मौके पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर पथराव के बाद हिंसा भड़क उठी। दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया और बदमाशों ने कुछ वाहनों में आग लगा दी। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। इस दौरान आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुई। बता दें कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा था। हालांकि अभी भी माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।

दिल्ली पुलिस के अधिकारी अन्येश रॉय ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है, दिल्ली के जहांगीरपुरी और अन्य संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। दिल्ली पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में अब तक 15 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना से बात कर और स्थिति को नियंत्रण के नियंत्रण के निर्देश दिए।
दिल्ली में हुई घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी राज्य में पुलिस प्रशासन को कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया है। दिल्ली से सटे नोएडा में शनिवार देर रात पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। इसमें संयुक्त पुलिस आयुक्त लव कुमार भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुई घटना के बाद लोगों के मन में सुरक्षा का माहौल बनाने के लिए मार्च निकाला गया।
'यहां हिंदू और मुसलमान हमेशा से साथ रहे हैं...। मैंने इस मंदिर में प्रसाद खाया है.... और हिंदू हमारे साथ हमारे त्योहार मनाते हैं....। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ, बाहरी लोगों ने यहां की शांति भंग की है....।''
साजिद सैफी, इलाके में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान चलाने वाले
दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा के मामले में एफआईआर दर्ज की है। 'हमने घटना की प्राथमिकी दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी गई है। स्थिति अब शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। इस मामले में अब तक 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ चल रही है।'
दीपेंद्र पाठक, विशेष पुलिस आयुक्त, कानून एवं व्यवस्था, नई दिल्ली

बताया जा रहा है कि जहांगीरपुरी (Jahangipuri Violence) के ब्लॉक बी और सी में सांप्रदायिक झड़पें हुई हैं...। ब्लॉक मछली विक्रेताओं, मोबाइल मरम्मत की दुकानों और कपड़ों के खुदरा विक्रेताओं सहित एक मजदूर वर्ग की आबादी के घर है।

हिंसा के फौरन बाद, 35 वर्षीय अधिवक्ता शिवा ने कहा, “मुझे कुछ रैली करने वालों को मस्जिद पर चढ़ने की कोशिश करते हुए देखकर बुरा लग रहा है। कल ही की बात है मैंने अपने मुस्लिम दोस्तों को शरबत और पानी बांटने में मदद की और आज बाहरी लोगों ने हमारे रिश्ते को तोड़ने की कोशिश की। हम ऐसा नहीं होने देंगे।"
इस हिंसा को लेकर 17 वर्षीय किशोर कहते हैं , ''मैं अपने दोस्तों अनीस और नफीस के साथ होली मनाता रहा हूं, लेकिन ऐसी हिंसा देखकर अजीब लगता है।'' वहीं उनके दोस्त नफीस ने कहा, 'हम काली माता के मंदिर का भी सम्मान करते हैं। मैं पंडित के साथ बात करता हूं, जब मैं उन्हें देखता हूं तो मैं राम राम कहता हूं।"
कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हिंसा को अंजाम देने वाले उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। जहांगीरपुर सहति दिल्ली के अन्य संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। सीनियर अफसरों को मुस्तैद रहने और हालात पर नजर रखने के लिए कहा गया है। ​जहांगीरपुरी में अब स्थिति नियंत्रण में है। हिंसा की जांच के लिए 10 टीमें बनाई गई हैं।
राकेश अस्थाना, दिल्ली पुलिस कमिश्नर
स्थिति नियंत्रण में है। हम हर घर का दौरा कर रहे हैं और सभी निवासियों से शांति और सद्भाव बनाए रखने का अनुरोध कर रहे हैं। हम अफवाह फैलाने वालों या उपद्रवी तत्वों से निपटने के लिए सख्त कार्रवाई कर रहे हैं। हम शांति स्थापित करने के लिए सभी समुदाय के सदस्यों के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं।
स्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर ऑफ नॉर्दन रीजन) दीपेंद्र पाठक
स्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर ऑफ नॉर्दन रीजन) दीपेंद्र पाठक ने कहा कि हिंसा में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए और एक को गोली लगी। वहीं, पुलिस के मुताबिक पुलिस की अनुमति 'शोभा यात्रा' के लिए थी। मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने कहा है कि शनिवार को हुई हिंसा में 6 पुलिस अधिकारियों समेत 10-12 लोग घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। उसकी हालत में सुधार हो रहा है।
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर पथराव के बाद भड़की हिंसा को लेकर यूपी में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत राज्य के अन्य संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैयार है और जरूरत पड़ने पर फ्लैग मार्च भी कर रही हैं। यूपी पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है।

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