कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद अपनी चुप्पी तोड़ दी है। गुलाम नबी आजाद ने खुलकर राहुल गांधी पर हमला बोला, आजाद ने कहा कि पार्टी छोड़ने पर मुझे घरवालों ने मजबूर किया। उन्होंने कहा कि जहां घरवालों को लगे कि यह आदमी नहीं चाहिए तो अकलमंदी खुद घर छोड़ने में है। तंज कसते हुए वे बोले 'हमें तो अपनों ने ही लूटा...'
आजाद ने राहुल गांधी पर प्रश्न करते हुए पूछा कि जो शख्स अपनी स्पीच खत्म करने के बाद भरी सदन में पीएम मोदी से गले मिले, तो वे मिले हैं या मैं मिला हूं? आजाद ने आगे कहा, 'मैं कांग्रेस के लिए दुआ ही कर सकता हूं, लेकिन कांग्रेस मेरी दुआ से ठीक नहीं होगी उसके लिए दवा चाहिए। अभी उसका डॉक्टर कंपाउंडर है। अभी कांग्रेस को स्पेशलिस्ट की जरूरत है’।
आजाद ने कांग्रेस का आधार को काफी कमजोर बताया। साथ ही कहा कि संगठन अब कभी भी गिर सकता है। यही वजह है कि मैंने अन्य नेताओं के साथ पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है।
चापलूसी और ट्वीट करने पर मिले पद वाले आरोप लगाये तो दुख होता है- आजाद
आजाद ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश पर जबरदस्त हमला बोलते हुए कहा कि 'पहले जयराम रमेश अपना DNA चेक करवाएं कि कहां के हैं और किस पार्टी से हैं, वह देखें कि उनका DNA किस-किस पार्टी में रहा है। बाहर के लोगों को कांग्रेस का अता-पता नहीं है। चापलूसी और ट्विट कर जिन्हें पद मिले अगर वे आरोप लगाएं तो हमें दुख होता है’।
आजाद ने की मोदी की तारीफ
गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से अलग हो जाने के बाद ही पीएम मोदी की जमकर तारीफ की है। आजाद ने कहा, 'आप पढ़े लिखे लोग हैं, आपने मोदी साहब की स्पीच देखी। कोई इतना अनपढ़ हो सकता है। स्पीच को पढ़िए। उसमें सिर्फ मेरे बारे में नहीं कहा गया कि गुलाम नबी आजाद जाएगा हाउस से तो दुख होगा। मोदी ने एक घटना के बारे में बात की है।'
'मैं पीएम मोदी को गलत समझता था'
आजाद ने आगे कहा, 'मैं पीएम मोदी को गलत समझता था, लेकिन उन्होंने कम से कम इंसानियत दिखाई। जब मैं जम्मू-कश्मीर का सीएम था तब गुजरात की टूरिस्ट बस में आतंकी हमला हुआ था। जिसमें कई लोग मारे गए थे। तब उनका फोन आया था तो मैं रो रहा था। मोदी साहब ने मेरे रोने की आवाज सुनी।'