राष्ट्रीय

Ghulam Nabi Azad resigns: कांग्रेसी दीवार की एक और ईंट धाराशायी, आजाद हुए गुलाम नबी

कांग्रेस से नाराज चल रहे वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इससे पूर्व में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के महज दो घंटे बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह पांच पन्नों का इस्तीफा सोनिया गांधी को सौंपा है।

Lokendra Singh Sainger

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी से नाराज चल रहे आजाद ने कुछ दिनों पहले चुनाव अभियान समिति से इस्तीफा दिया था, लेकिन अब आजाद ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। यहां तक की उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।

वर्षों पुराने संबंध तोड़ने का फैसला किया है- आज़ादी

आजाद ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने सोनिया गांधी को पांच पेज का लंबा पत्र लिखा है। जिसमें आजाद ने लिखा है कि मैंने भारी मन से कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया है। आजाद ने लिखा, 'बड़े अफसोस के साथ मैंने कांग्रेस से अपने वर्षों पुराने संबंध तोड़ने का फैसला किया है।' उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी चलाने वाली मंडली को संरक्षण देने की इच्छाशक्ति और क्षमता खो चुकी है। नेतृत्व को 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू करने से पहले 'कांग्रेस जोड़ो यात्रा' शुरू करनी चाहिए थी।

चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पद से दिया था इस्तीफा

आपको बता दें कि हाल ही में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के महज दो घंटे बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। कहा जा रहा है कि आजाद समितियों के गठन से खुश नहीं थे। आजाद ने कहा कि समितियों का गठन करते समय उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया। बताया जा रहा है कि आजाद ने आलाकमान से पहले ही कह दिया था कि वह जम्मू-कश्मीर की कोई जिम्मेदारी नहीं लेंगे। हालांकि, वह पार्टी के लिए काम करते रहेंगे।

ऐसे कई नेता जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस से किनारा कर लिया। जैसे अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिधिंया, केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे, यूपी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद, सुष्मिता देव टीएमसी व प्रियंका चतुर्वेदी शिव सेना से राज्यसभा सांसद है।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, गोवा के पूर्व सीएम लुईजिन्हो फलेरो, केरल के पीसी चोको, यूपी के आरपीएन सिंह, अदिति सिंह, इमरान मसूद, ललितेश त्रिपाठी समेत कई नेताओं ने कांग्रेस छोड़ किसी और राजनैतिक पार्टी का दामन थाम लिया।

शहजाद पूनावाला ने साधा निशाना

कांग्रेस से बीजेपी में आए शहजाद पूनावाला ने भी अपनी पुरानी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, कांग्रेस दरबार कभी भी किसी 'आजाद' को बर्दाश्त नहीं कर सकता, सिर्फ गुलाम चाहता है। 5 साल पहले मैंने कहा था कि कांग्रेस शुद्ध परिवार प्रदर्शन से ऊपर है यहां कोई आंतरिक लोकतंत्र नहीं है; कोई जवाबदेही नहीं; चाटुकारिता को योग्यता से ऊपर रखता है। आज मैं फिर से सही साबित हुआ हूं।

Diabetes से हो सकता है अंधापन, इस बात का रखें ख्याल

बीफ या एनिमल फैट का करते है सेवन, तो सकती है यह गंभीर बीमारियां

Jammu & Kashmir Assembly Elections 2024: कश्मीर में संपन्न हुआ मतदान, 59 प्रतिशत पड़े वोट

Vastu के अनुसार लगाएं शीशा, चमक जाएगी किस्मत

Tiger Parks: भारत के 8 फेमस पार्क,जहां आप कर सकते है टाइगर का दीदार