Heeraben Demise: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी का शुक्रवार (30 दिसंबर, 2022) को निधन हो गया। पीएम मोदी का अपनी मां हीराबेन से स्नेह जगजाहिर रहा। अभावों से जूझते जीवन में हीराबेन ने जिस तरह से बच्चों की परवरिश की।
पीएम मोदी उन यादों का कभी भूले नहीं। पीएम बनने के बाद भी नरेंद्र मोदी अपनी मां हीराबेन से दूर नहीं हुए। गुजरात यात्रा के दौरान पीएम मोदी का दौरा बिना मां हीराबेन का आशीर्वाद लिए पूरा नहीं होता था। इसी साल मां हीराबेन के 100वें जन्मदिन पर पीएम मोदी ने उनको समर्पित करते हुए एक ब्लॉग भी लिखा था।
मां हीराबेन के लिए लिखे गए ब्लॉग में पीएम मोदी ने लिखा था कि 'मां, सिर्फ हमारा शरीर ही नहीं गढ़ती बल्कि हमारा मन, हमारा व्यक्तित्व, हमारा आत्मविश्वास भी गढ़ती है। और अपनी संतान के लिए ऐसा करते हुए वो खुद को खपा देती है, खुद को भुला देती है।'
ये एक लाइन ही पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी मां हीराबेन के बीच मां-बेटे के रिश्ते की भावुकता को समझने के लिए काफी है। गुजरात के सीएम बनने से लेकर भारत के पीएम बनने तक हर मौके पर नरेंद्र मोदी के सिर पर मां हीराबेन का हाथ रहा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने इसी साल मां हीराबेन के 100वें जन्मदिन के मौके पर उनसे मुलाकात की थी। इस दौरान पीएम मोदी ने मां हीराबेन के पैर धोए और फिर उस पानी को आंखों से लगाया था। इसके बाद पीएम मोदी ने मां हीरा बा को माला और शॉल पहनाई और पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया था। मां ने भी अपने बेटे को मिठाई खिलाकर आर्शीवाद दिया था। पीएम मोदी का अपनी मां से बहुत अधिक लगाव था। एक सामान्य मां-बेटे के बीच जिस तरह से जुड़ाव नजर आता है। मां हीराबेन और पीएम मोदी के बीच भी उसी तरह के रिश्ते थे। हालांकि, पीएम मोदी का मां हीराबेन से बहुत ज्यादा लगाव था।
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 2016 में पहली बार मां हीराबेन पीएम निवास आए थीं। इस दौरान की कई तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर लोगों का दिल जीत लिया था। उस दौरान पीएम मोदी सुबह खुद ही मां को व्हीलचेयर पर बैठाकर गार्डन में सैर कराते थे। हालांकि, हीरा बा पीएम निवास में बहुत ज्यादा दिनों तक नहीं रुकीं, क्योंकि पीएम मोदी के पास मां के साथ गुजारने के लिए वक्त की कमी रहती थी। हीराबेन नहीं चाहती थीं कि पीएम मोदी के काम में उनकी वजह से कोई रुकावट आए।
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात पहुंचे थे। वोट डालने से पहले पीएम मोदी ने मां हीराबेन से आशीर्वाद लिया था। इसके साथ ही उन्होंने मां को पावागढ़ शक्तिपीठ से लाए गए मां काली का शॉल भेंट किया था।
पीएम मोदी ने मां हीराबेन के 100वें जन्मदिन पर ब्लॉग में लिखा था कि 'सार्वजनिक रूप से कभी आपके लिए इतना लिखने का, इतना कहने का साहस नहीं कर पाया।' पीएम नरेंद्र मोदी मानते थे कि उनके जीवन और उनके व्यक्तित्व में आज जो कुछ भी अच्छा है, वो मां और पिता की देन है।
अखिल भारत हिंदू महासभा और संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने पीएम मोदी की मां को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की है। स्वामी चक्रपाणि ने पीएम मोदी की मां के निधन पर संवेदनाएं जताते हुए ट्वीट किया, ''हीराबेन मोदी जी को मिले 'राष्ट्रमाता' का सम्मान, माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी की पूज्य माताश्री स्वर्गीय हीराबेन मोदी जी को देश की तरफ से यही होगी सच्ची श्रद्धांजलि। ओम शांति।''
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले की ओर से एक संस्था के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी गई। इसमें लिखा गया, ''प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की पूजनीया माता जी हीरा बा के निधन से एक तपस्वी जीवन पूर्ण हो गया। इस दु:खद प्रसंग पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हम सभी स्वयंसेवक अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
माताजी का जीवन अत्यंत कठिन परिस्थितियों में भी मूल्य के प्रति निष्ठा और ईश्वर के प्रति अटूट आस्था के बल पर सतत कर्मशील रहने वाले सार्थक जीवन का महान उदाहरण है। मातृवियोग की वेदना की इस वेला में श्री नरेंद्र भाई मोदी और उनके परिजनों के प्रति हम हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। श्री परमात्मा दिवंगत को सद्गति प्रदान करें, यही प्रार्थना। ॐ शान्तिः!''