मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली में एआईसीसी दफ्तर से ED ऑफिस जाने से पहले ही दिल्ली पुलिस ने रोक लिया, मुख्यमंत्री ने प्रार्थना भी की लेकिन दिल्ली पुलिस ने एक ना सुनी। नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी द्वारा राहुल गांधी से पूछताछ किए जाने के मामले में सियासत गरमा गई है। एआईसीसी कार्यालय से ईडी कार्यालय जाने से पहले ही कांग्रेस नेताओं को रोक कर हिरासत में ले लिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत राजस्थान के कई नेताओं को हिरासत में लिया गया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने दिल्ली पुलिस से बहस की लेकिन फिर भी दिल्ली पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया। इसके बाद सभी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया।
हिरासत में लिए जाने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। गहलोत ने कहा कि आज जिस तरह से कांग्रेस पार्टी के शांतिपूर्ण मार्च को रोका जा रहा है, इस तानाशाही को पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस मुख्यालय की घेराबंदी कर दी गई है, चारों ओर पुलिस तैनात कर दी गई है, नेता-कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा रहा है, मुझे भी ईडी कार्यालय जाते समय अपने साथियों के साथ हिरासत में लिया गया है।
लोकतंत्र में यह बिल्कुल अनुचित है। राहुल जी और सोनिया जी के पास जो ईडी का नोटिस आया है, देश के कार्यकर्ता इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे, हर जिले में, हर ब्लॉक में आंदोलन हो रहे हैं, उन्हें समझना चाहिए कि न्याय करो, कानून का राज स्थापित होने दो। युवाओं को समझना होगा कि सच किसके साथ है। कब तक हिन्दू-मुसलमान की बात करके गुमराह करते रहोगे। ईडी के नोटिस गलत हैं। देश भर से मजदूर यहां इसलिए आए हैं क्योंकि देश का मिजाज क्या है? ईडी आज जहां प्रवेश करती है, वह सात दिन बाद निकल जाती है। ये फ़ासिस्ट लोग हैं। ये लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं, समय रहते उनके खिलाफ आवाज उठानी होगी।अशोक गहलोत मुख्यमंत्री राजस्थान