डेस्क न्यूज – रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया और कहा "देश को लूटने वाले ही सब्सिडी को मुनाफ़ा बता सकते है। रेलवे ने राज्य सरकारों से ली गयी राशि से कहीं अधिक पैसा श्रमिक ट्रेनों को चलाने में लगाया। अब लोग पूछ रहें हैं कि सोनिया जी के टिकट के पैसे देने के वादे का क्या हुआ?"
इससे पहले राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया था कि सरकार आपदा को मुनाफे में बदल रही है ये सरकार गरीब विरोधी सरकार है,
राहुल गांधी ने एक न्यूज शेयर की जिसमें लिखा था कि श्रमिक ट्रेन से भी रेलवे ने जमकर की कमाई, उस खबर में बताया गया था कि रेलवे को श्रमिक ट्रेनों से करीब 428 करोड़ रूपये की आमदनी हुई है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया "बीमारी के 'बादल' छाए हैं, लोग मुसीबत में हैं, बेनिफ़िट ले सकते हैं – आपदा को मुनाफ़े में बदल कर कमा रही है ग़रीब विरोधी सरकार।"
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर 24 मार्च को देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद तमाम शहरों में बड़ी संख्या में प्रवासी फंस गए थे। उन्हें गृह जिले तक पहुंचाने के लिए सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की थी देश में श्रमिक स्पेशल ट्रेनें एक मई से चलाई गई थी।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रवासी संकट के दौरान कहा था कि उनकी पार्टी श्रमिक ट्रेन के यात्रियों के टिकटों के लिए भुगतान करेगी, शनिवार को, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाया कि जब लोग मुसीबत में थे, तब उन्होंने कोरोनोवायरस-प्रेरित लॉकडाउन के दौरान लाभ कमाया।
आधिकारिक रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक, रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने पर 2,142 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन सिर्फ 429 करोड़ रुपये की आय हुई।
एक्टिविस्ट अजय बोस द्वारा दायर एक आरटीआई आवेदन के माध्यम से प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि रेलवे ने 29 जून तक 428 करोड़ रुपये कमाए थे, जब तक कि 4,615 ट्रेनें चल चुकी थीं। इसके अलावा, इसने जुलाई में 13 ट्रेनें चलाकर लगभग 1 करोड़ रुपये कमाए।