राजस्थान के जयपुर में रामप्रसाद सुसाइड मामले को लेकर ट्विटर पर लगातार लोगों का आक्रोश देखने को मिल रहा है। जिसमें लोगों ने राजस्थान सरकार के मंत्री महेश जोशी के खिलाफ ट्विटर पर #महेश_जोशी_को_अरेस्ट_करो का हैशटेग चला रखा है।
परिजन और प्रशासन के बीच कल यानि 20 अप्रैल को कुछ मांगों को लेकर सहमति बनी। जिसके बाद सवाई मानसिंह अस्पताल के चिकित्सकों ने शव को पोस्टमार्टम कर पुलिस और परिजनों को सौंप दिया।
राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा ने इस धरने से साफ संदेश दिया है कि वे किसी भी समाज के हितों की रक्षा के लिए हमेशा खडे है। साथ ही मीणा गहलोत सरकार को झुकाने में सफल रहे और उन्होंने अपनी मांगों को भी मनवाया।
एडीएम अब्बू बक्र ने बताया कि परिजनों के कहने पर जिला प्रशासन की ओर से वार्ता की गई। वार्ता में संविदा की नियुक्ति, अवैध निर्माण को हटाने, डेयरी बूथ के आवंटन की मांगों को मान लिया गया है। साथ ही जिला कलेक्टर की ओर से नियमानुसार मुआवजा मंजूर किया गया है।
जयपुर में चांदी की टकसाल के गरीब चायवाले रामप्रसाद मीणा ने मंत्री महेश जोशी समेत 8 लोगों का सुसाइड नोट और वीडियो में इनका नाम लेकर 17 अप्रैल को आत्महत्या कर ली। जिसके बाद से मामले ने विकराल रूप ले लिया था।
रामप्रसाद का इन लोगों पर आरोप था कि ये प्रॉपर्टी को लेकर उसे डरा-धमका रहे थे। इसके बाद ही परिजन विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे।