गुर्जर आरक्षण आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थियों का विसर्जन पुष्कर के 52 घाटों पर एक साथ होगा। इससे पहले पुष्कर के मेला मैदान में एमबीसी समाज (गुर्जर, रेबारी, रायका, देवासी, गडरिया, बंजारा, गदरी, गयारी, गडोलिया लुहार) की बैठक हो रही है। इसमें खेल राज्य मंत्री अशोक चंदना जैसे ही भाषण देने पहुंचे लोगों ने जूते व अन्य सामान फेंक कर हंगामा किया। वहीं दूसरी ओर सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। गहलोत गुट के मानें जाने वाले अशोक चांदना को जूते तो पायलट के जिंदाबाद के नारों से एक बात तो तय है की कांग्रेस की आंतरिक कलह अभी तक जारी है।
कार्यक्रम के शुरू होते ही सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे शुरू हो गए थे। उद्योग मंत्री शकुंतला रावत जब भाषण देने पहुंची तो विरोध शुरू हो गया। उन्होंने कर्नल बैंसला के नाम से करौली में कॉलेज खोलने की घोषणा की। समर्थकों ने उन्हें भाषण देने नहीं दिया। पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए। फिर भी रावत ने भाषण दिया। इसके बाद खेल राज्य मंत्री अशोक चंदना भाषण देने पहुंचे। समर्थकों को यह मंजूर नहीं था। उन्होंने जूते व अन्य सामान फेंक कर हंगामा किया। पायलट जिंदाबाद के नारे फिर से लगाने लगे। पुलिस व अन्य ने समर्थकों को शांत कराया। चंदना को भाषण बीच में ही छोड़ना पड़ा।
25 दिनों में 75 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरने के बाद राख शनिवार की रात तीर्थ नगरी पुष्कर पहुंची। अस्थि विसर्जन को लेकर एमबीसी सोसायटी की ओर से दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।