देश में इन दिनों लाउडस्पीकर पर सियासत थमने का नाम ही नहीं ले रही है। यूपी, महाराष्ट्र के बाद अब लाउडस्पीकर विवाद राजस्थान में भी देखने को मिल रहा है। राजस्थान में जोधपुर के जालोरी गेट चौराहे पर सोमवार को ईद से पहले की शाम को उपद्रवियों ने जमकर हंगामा किया। मंगलवार को ईद की नमाज के बाद तनाव फिर बढ़ गया इसके बाद पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बलों को तैनात किया और इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया।
बताया जा रहा है कि जोधपुर के जालोरी गेट चौराहा पर मौजूद स्वतंत्रता सेनानी बाल मुकुंद बिस्सा की मूर्ति पर झंडा लगाने और सर्किल पर ईद से जुड़े बैनर लगाने से विवाद की शुरुआत हुई। यह विवाद देखते ही देखते बढ़ गया और फिर ईद की नमाज को लेकर चौराहे तक लाउडस्पीकर लगाने को लेकर नाराज लोगों का हुजूम जमा हो गया।
इस दौरान हिंदु समाज के कई लोगों ने नारेबाजी करते हुए चौराहे से झंडे और बैनर हटा दिए। इस दौरान विरोध करने पर विवाद बढ़ गया और दोनों गुटों के बीच झड़प शुरू हो गई।
कल शाम झड़ा हटाने को लेकर शुरु हुआ विवाद बढ़ गया और दंगे का रुप ले लिया। हिंदु और मुस्लिम दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर पथराव किया। दंगाईयों ने चौराहे पर कई गाड़ियों के कांच फोड़ दिए, भीड़ ने चौराहे पर लगे हुए लाउडस्पीकर हटा दिए।
उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया। साथ ही पुलिस ने दंगाईयों पर आंसू गैस के भी गोले भी छोड़े।
पूरे जिले और शहर में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस ने इंटरनेट बंद कर दिया है।
पुलिस का कहना है कि अफवाहों को रोकने के लिए यह फैसला लेना जरुरी है, मामले की शांति तक प्रदेश में नेट बंद रहेगा। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है।
घटना पर सूबे के मुखिया अशोक गहलोत ने दुख व्यक्त किया है। अशोक गहलोत का कहना है कि जालौरी गेट, जोधपुर पर दो गुटों में झड़प से तनाव पैदा होना दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही उन्होंने प्रशासन को हर कीमत पर शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।