राजस्थान विधानसभा चुनाव का समय अब नजदीक आता जा रहा है। वही विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी राजस्थान में पूरी तैयारी के साथ सकिर्य नजर आ रही है। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव का बिगुल बजा दिया है। लेकिन आम आदमी पार्टी दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर क्या राजस्थान में अपना परचम लहरा पाती है। इसके ऊपर सबकी निगाहे रहेंगी।
गौरतलब है की कॉन्फ्रेंस में संजय सिंह ने कहा की हमने चुनावी राज्यों में भी ध्यान रखा है कि छवि से कोई समझौता नहीं होगा। अच्छी छवि वाले लोग चाहे वे किसी भी दल के आएं, उनका AAP में स्वागत है।
संगठन निर्माण की प्रक्रिया में कई पार्टियों के नेता कार्यकर्ता संपर्क में रहते हैं। कोई बड़ा नेता या बड़ा चेहरा आप में शामिल होने को संपर्क में है, इस पर कहना अभी जल्दबाजी होगा। पुरानों की जगह नए- नए चेहरों को लेने से कई फायदे हैं। पुराने नेताओं की तरह नए चेहरों पर कोई बैगेज नहीं होता। राजस्थान में भी इसका ध्यान रखा जाएगा। संजय सिंह शनिवार को जयपुर में मीडिया से बात कर रहे थे।
संजय सिंह ने कहा- राजस्थान AAP की प्राथमिकता में है। हर बूथ तक कार्यकर्ता तैयार होंगे, मैं प्रभारी के तौर पर राजस्थान में संगठन को मजबूत करने के लिहाज से प्रभावी तरीके से काम नहीं कर पाया। यह मैं स्वीकार करता हूं। अब मैं UP की जिम्मेदारी संभालूंगा।
संजय सिंह ने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को दूरदर्शन पर दिखाने की मांग की है। कहा- कश्मीर फाइल्स पिक्चर का सच पूरे देश को दिखाना चाहिए। आप यू-ट्यूब पर कश्मीर फाइल्स को डाल दीजिए, लोग फ्री में देख लेंगे। सरकार के पास दूरदर्शन है, कोरोना काल में दूरदर्शन पर रामायण दिखाई जा रही थी, अब उसी तरह कश्मीर फाइल्स को दूरदर्शन पर दिखाइए। हफ्ते भर में तीन बार दिखाइए, ताकि पूरा देश इस फिल्म को फ्री में देख सके।
संजय सिंह ने कहा- फिल्म में कश्मीरी पंडितों की पीड़ा का मजाक उड़ाकर बीजेपी करोड़ों रुपए कमाने में जुटी हुई है, क्या इसकी आलोचना नहीं होनी चाहिए। इस फिल्म से 200 करोड़ रुपए आमदनी हो गई, कोई चवन्नी दान देने को कोई तैयार नहीं है। मैंने संसद में प्रस्ताव रखा था कि सभी सांसदों की सासंद निधि के 5 करोड़ रुपए का फंड कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास में दिया जाए तो बीजेपी के सांसद मेरी मांग पर पीछे हट गए। देश का पीएम रोने के लिए नहीं बना है, जनता की समस्याओं के समाधान के लिए बना है।