जोधपुर में ईद के दिन हुए बवाल सबक लेते हुए राजस्थान पुलिस अब सोशल मीडिया पर कड़ी नजर बनाए हुए है। पुलिस साइबर सेल की मानें तो लगभग हर पोस्ट की पुलिस जांच परख कर रही है। इस बीच पुलिस ने एक चैनल के पत्रकार के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है। आरोप है कि उन्होंने चल रहे हंगामे के बीच करीब पांच साल पुरानी पोस्ट को ट्वीट कर माहौल खराब करने का काम किया। इससे हालात और बिगड़ गए। इस मामले को लेकर रिपोर्ट जोधपुर के उदय मंदिर थाने में दर्ज कराई गई है।
जोधपुर पुलिस आयुक्त नवज्योति गोगोई ने बताया कि अब तक सोशल मीडिया पर फेक न्यूज और गलत पोस्टिंग को लेकर चार एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। वहीं हिदायत भी दी है कि यूजर्स अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर सोच-समझकर पोस्ट करें। उदय मंदिर पुलिस थाने में दर्ज मामले के अनुसार एक न्यूज चैनल के सह-संपादक के ट्वीटर हैंडल ने वर्ष 2016 में जोधपुर के घंटाघर की घटना को वर्तमान हिंसा का बताकर बिना किसी कारण लोगों को उकसाते हुए माहौल खराब करने का प्रयास किया। जोधपुर पुलिस ने इस तरह की घटना का खंडन किया है और उप संपादक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
दरअसल 2 व 3 मई को हुए ईद के समय हुए झंडा विवाद के बाद पुलिस प्रशासन ने कड़ाई दिखाते हुए जोधपुर में कर्फ्यू लगाने के साथ नेट बंदी लगा दी थी। वहीं इसके बाद सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की फेक न्यूज और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही गई थी।