बूंदी शाही परिवार (Bundi Royal Family News) के नए मुखिया वंशवर्धन सिंह को पगड़ी पहनाने की रस्म शनिवार को बूंदी में नवल सागर झील के किनारे मोती महल में संपन्न हुई। कपरीन ठिकाने के कुंवर वंशवर्धन सिंह की पगड़ी (पग) बंधी थी। बूंदी राजपरिवार की सनातन राज परंपरा के अनुसार तिलक दस्तूर सहित राज्याभिषेक की हर रस्म अदा की गई। इसके बाद वंशवर्धन बूंदी के मनमोहक रंगनाथ मंदिर पहुंचे। फिर घोड़े पर सवार होकर तारागढ़ किला पहुंचा। यहां 12 साल बाद फिर से कोर्ट लगा। वंशवर्धन सिंहासन पर विराजमान हुए और श्रद्धांजलि अर्पित करने की परंपरा निभाई गई।
सुबह माताजी का चौकी मोती महल में स्नान-अभिषेक के बाद वंशवर्धन सिंह ने आशापुरा माता मंदिर, रंगनाथजी मंदिर और मोती महल में सतियों की पूजा अर्चना की। सुबह दस बजे से गणमान्य लोग और आमंत्रित राजपरिवार, ठिकानेदार और पारीवारिक सदस्यों के साथ विशिष्टजनों का आगमन शुरू हुआ।
देखते ही देखते मोती महल प्रांगण श्वेत वस्त्र और केसरिया साफे वाले लोगों से भर गया। ढोल नगाड़ों की धुन के बीच वंशवर्धनसिंह मोती महल गार्डन में आए। इसके बाद रंगनाथजी मंदिर से स्वर्गीय महाराव राजा की पाग लाई गई। राजपुरोहित रमेश शर्मा, राजव्यास साक्षी गोपाल और राज आचार्य दयानंद दाधीच द्वारा करवाई जा रही पारम्परिक क्रियाविधि और मंत्रोच्चार के बीच अलवर रियासत के भंवर जितेन्द्रसिंह ने बूंदी रियासत के 26वें महाराजा वंशवर्धन सिंह को पाग धारण करवाई। इसके बाद राजपुरोहित रमेश शर्मा ने राजतिलक किया।
वंशवर्धन (Bundi Royal Family News) को परंपरा के अनुसार महाराजा रणजीत सिंह का उत्तराधिकारी बनाया गया है। वंशवर्धन ने 2016 में ठाकुर दीप सिंह धनानी की बेटी मयूरक्षी कुमारी से शादी की। वंशवर्धन सिंह और मयूरक्षी का दो साल का बेटा वज्रनाभ है।
अलवर राज्य से भंवर जितेंद्र सिंह, कोटा राज्य से कुमार, बीकानेर से रवि राज सिंह, सिरोही से पद्मश्री रघुवीर सिंह, पूर्व राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर (बदनौर ठिकानेदार), किल्चीपुर राज्य के प्रियव्रत सिंह, राघव गढ़ से कुमार जयवर्धन सिंह, कच्छ से प्रताप सिंह, झालावाड़ के राणा चंद्र सिंह सहित कई पूर्व रियासतों के प्रमुख और सदस्य राजतिलक में मौजूद रहे।