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इस लॉकडाउन में ‘भौकाल’ (Bhaukaal) से अच्छा एंटरटेनमेंट नहीं मिलेगा

savan meena

भौकाल रिव्यू – आईपीएस नवनीत सिकेरा पर आधारित वेब सीरीज "भौकाल" का ग्राफ इन दिनों बहुत बढ़ गया है, इसकी वजह है पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है, "भौकाल" बिल्कुल सही समय पर आयी है और यह दर्शकों का बेहतरीन मनोरंजन कर रही है।

यदि आप भी घर पर बैठे-बैठे बोर हो चुके है और एंटरटेनमेंट के लिए कुछ सर्च कर रहे है तो भौकाल से बढिय़ा फिलहाल कुछ नहीं मिलेगा,  Thriller, Crime, Action, Drama से भरपूर MX Player की ये वेबसीरीज इस सीजन की बेस्ट वेब सीरीज बन चुकी है

Acting & Story

इस वेब सीरीज में उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर शहर को क्राइम की राजधानी के रुप में दिखाया गया है। सीरीज की स्टारकास्ट बहुत बडी है, आईपीएस नवनीत सिकेरा का किरदार निभा रहे है मोहित रैना (Mohit Raina), ये वही है जिन्हें आप छोटे पर्दे पर महादेव के रुप में देखते आये है। वेब सीरीज की शूटिंग यूपी के बाराबंकी, लखनऊ मलिहाबाद समेत कई जगह पर हुई है।

इसमें दो गैंगस्टरों की कहानी बताई गई है शौकीन पूर्वी मुजफ्फरनगर पर हावी है जबकि पश्चिम मुजफ्फरनगर की कमान डेधा ब्रदर्स के पास है। शौकीन का किरदार निभा रहे है अभिमन्यु सिंह (Abhimanyu Singh), जबकि डेधा ब्रदर्स का किरदार निभा रहे है शक्ति कपूर के बेटे सिद्धार्थ कपूर (Siddhanth Kapoor) और प्रदीप नागर (Pradeep Nagar), जबकि इसमें एक अहम किरदार आईपीएस नवीन सिकेरा के ड्राइवर राजेश का भी है जिसका किरदार निभाया है उपेन चौहान (Upen Chauhan) ने,

एक आईपीएस जिसका नाम सुनते ही अपराधी शहर छोड़ देते है, जहां पोस्टिंग होती है वहां का क्राइम ग्राफ नीचे आ जाता है नवीन सिकेरा, सिकेरा अपनी नौकरी छोड़कर आई.पी.एस बनता है। उसका तबादला मुज्जफरनगर में किया जाता है। जहां खेतो में गन्ने कम लाशें ज़्यादा गड़ी होती हैं। सिकेरा वहां के बाहुबलियों की फाईल निकलवाता है। रंगदारी, हत्या, अपहरण वहां आम बात है। वहां पुलिस कुछ करने की जगह चुप रहना ही बेहतर समझती है।

कोई उनके खिलाफ या उनके अत्याचारों के खिलाफ स्थानीय लोगों में बोलने की हिम्मत नहीं कर सकता..ऐसा आतंक है मुजफ्फरनगर में, हर कोई अपने घरों से बाहर अपने जीवन को दांव पर लगाता है।

नवीन सिकेरा सबसे पहले दोनों बाहुबलियों को समझाता है। वे लोग नहीं मानते। नवीन अपने कुछ खास आदमियों की एक टीम बनाकर उनके लिए जाल बिछाता है। जिसमें से एक-एक कर शौकीन के आदमी फसते जाते हैं और मरते जाते हैं।

सिकेरा के साथ जो इस वेब सीरीज में जुडा किरदार है वो है राजेश का, जो आईपीएस सिकेरा का डाइवर रहता है, जितना जुनून सिकेरा (मोहित रैना) को मुजफ्फरनगर से क्राइम खत्म करने का है उतना ही राजेश (उपेन चौहान) को इस में अपनी भागीदारी सिकेरा का साथ देने की, हालाकि उपेन चौहान का किरदार बीच में खत्म हो जाता जब शौकीन के लोग उसे मार देते है लेकिन राजेश मरते-मरते भी शौकीन के सबसे करीबी आदमी को मार गिरा देता है।

शौकीन को जब तक सिकेरा के जाल का पता चलता है तब तक देर हो चुकी होती है और शौकीन भी पुलिस के हाथों वेसे ही मारा जाता है जैसे उसने लोगों का मारा है। हालाकि डेध्रा ब्रदर्स के साथ क्या होगा शायद ये भौकाल के दूसरे सीजन के लिए रखा गया है।

वही डेध्रा ब्रदर्स में शक्ति कपूर के बेटे सिद्धार्थ कपूर की एंट्री भी दर्शकों को खुब पंसद आ रही है। सिद्धार्थ कपूर का सनकी पागलपन और थ्रिलर इस वेब सीरीज में जान डालता नजर आ रहा है।

'भौकाल' का निर्देशन जतिन सतीश वागले ने किया है स्टारकास्ट में मोहित रैना, अभिमन्यु सिंह, सिद्धार्थ कपूर, उपेन चौहान के अलावा बिदिता बैग, सन्नी हिन्दुजा का भी इस सीरीज में अहम किरदार है।

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