पंजाब चुनाव में कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दो विधानसभा सीट से उतारने का फैसला किया है। चन्नी पहले चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान थे। अब उनको भदौर सीट से भी चुनाव लडाया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक पहले चन्नी को मालवा सीट से चुनावी मैदान में उतारा जा रहा था जिसका कारण दलित वोट लेना बताया जा रहा है। चन्नी को दो जगह से चुनाव लडाने का प्रमुख कारण आम आदमी के गढ़ो को ढहाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
2017 में भदौर सीट से आम आदमी पार्टी ने 45.15 फीसदी वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी। अकाली दल ने 28.71 प्रतिशत मत प्राप्त किये जबकि कांग्रेस को सिर्फ 21.05 फीसदी वोट मिले थे। जबकि चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र चन्नी का गढ़ माना जाता है। चन्नी यहां से पिछले तीन बार से जीत दर्ज करते आ रहे है।
2011 की जनगणना के अनुसार दलित, कुल मतदाताओं के 31.9 फीसदी है। जबकि पंजाब में दलित जनसंख्या 2.77 करोड़ है। इसमें से 19.4 प्रतिशत सिख दलित, 12.4 प्रतिशत हिंदू दलित और 0.98 प्रतिशत बौद्ध दलित हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी स्वंय दलित(रविदासिया) से संबंध रखते है जो कि दूसरा सबसे बड़ा दलित समूह है जो कुल दलित आबादी का 20.7 प्रतिशत है।2017 में कांग्रेस को 41 फीसदी दलित वोट मिले थे जो 2012 की तुलना में 10 प्रतिशत कम थे. पार्टी को 2012 के विधानसभा चुनाव में 51 फीसदी दलित वोट मिले थे।
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