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सचिन पायलट दिल्ली में, राजस्थान को लेकर भी क्या गंभीर है गांधी परिवार ?

savan meena

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रतिद्वंदी माने जाने वाले पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट 25 अगस्त की रात को दिल्ली पहुंच गए हैं। पायलट का प्रदेश प्रभारी अजय माकन से मुलाकात करने का कार्यक्रम हैं। राजस्थान में भी सीएम गहलोत और पायलट के बीच सुलह होने का इंतजार है।

गांधी परिवार के भरोसे पर पायलट पिछले 15 दिनों से खामोश हैं, इसलिए गांधी परिवार राजस्थान में जल्द सुलह चाहता है। इधर पायलट ने प्रदेश में अपनी राजनीतिक सक्रियता जारी रखी हुई है। पिछले तीन दिनों से पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर और भरतपुर संभाग के अलवर का दौरा किया।

कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पायलट का जबरदस्त स्वागत किया। भले ही स्वागत के लिए गहलोत समर्थक विधायक और पदाधिकारी नहीं आए, लेकिन कार्यकर्ताओं की भीड़ हर जगह देखी गई।

पायलट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम के पद से हटे एक साल से ज्यादा का वक्त हो गया है, लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच पायलट की लोकप्रियता अभी भी बनी हुई है।

सचिन पायलट गांधी परिवार से लगातार संपर्क मेंं

इस लोकप्रियता का गांधी परिवार को भी अहसास हैं, इसलिए गांधी परिवार चाहता है कि पायलट और अशोक गहलोत में जल्द सुलह हो जाए। हालांकि अभी गहलोत की गांधी परिवार से नाराजगी की कोई बात सामने नहीं आई है, लेकिन यह सही है कि पिछले चार पांच माह से गांधी परिवार और गहलोत के बीच प्रत्यक्ष संवाद नहीं हुआ है।

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, कर्नाटक और हरियाणा के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी गांधी परिवार के दूत बनकर जयपुर आए और गहलोत से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार पायलट का गांधी परिवार से लगातार संपर्क बना हुआ है।

गांधी परिवार के भरोसे की वजह से ही पायलट किसी भी प्रतिकूल टिप्पणी से बच रहे हैं। जोधपुर और भरतपुर संभाग के दौरे में जब पत्रकारों ने मंत्रिमंडल में फेरबदल और सवाल किए तो पायलट ने कहा कि हमने अपनी बात कांग्रेस हाईकमान के समक्ष रख दी है। हाईकमान संज्ञान ले रहा है।

सचिन पायलट को कांग्रेस हाईकमान पर भरोसा

इस बयान से लगता है कि पायलट को कांग्रेस हाईकमान पर भरोसा है। कांग्रेस हाईकमान के सामने पंजाब और छत्तीसगढ़ का विवाद बना हुआ है। पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू आमने सामने हैं तो छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव को दिल्ली बुलाकर राहुल गांधी को समझाइश करनी पड़ती है।

राजस्थान भी कांग्रेस शासित प्रदेश है और सोनिया गांधी राहुल गांधी नहीं चाहते हैं कि पंजाब और छत्तीसगढ़ की तरह राजस्थान में भी विवाद की खबरें आएं। इस बार गांधी परिवार की सहानुभूति सचिन पायलट के साथ है।

विधानसभा क्षेत्र में पांच हजार पौधे पहुंचने की तैयारी की जा रही है

7 सितम्बर को सचिन पायलट के जन्मदिन को प्रभावी तरीके से मनाने के लिए प्रदेश भर में तैयारियां शुरू हो गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और पायलट समर्थक विधायक राकेश पारीक ने बताया कि 7 सितम्बर को एक ही दिन में प्रदेशभर में 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच हजार पौधे पहुंचने की तैयारी की जा रही है।

पारीक ने कहा कि पूर्व में पायलट के जन्मदिन पर रक्तदान जैसे कार्यक्रम हो चुके हैं, इसलिए इस बार बड़े पैमाने पर पौधारोपण का कार्यक्रम किया जा रहा है। इतने प्रदेशभर के कार्यकर्ताओं की सक्रिय भूमिका रहेगी। सचिन पायलट स्वयं भी अपने जन्मदिन पर पौधारोपण करेंगे।

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