डेस्क न्यूज़ – राजस्थान में राजनीतिक उथल पुथल के बारे में ट्वीट करते हुए, बसपा सुप्रीमो मायावती ने राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। मुख्यमंत्री गहलोत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने पहले तो कांग्रेस के पार्टी विधायकों को खुलेआम दलबदल विरोधी कानून का उल्लंघन करके और बसपा के साथ लगातार दूसरी बार धोखा देकर और अब फोन पर टैप करके उन्होंने एक असंवैधानिक और गैरकानूनी काम किया है।
मायावती ने आगे कहा कि राजस्थान में सरकार के लगातार गतिरोध, आपसी अशांति और अस्थिरता के कारण, राज्य के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेना चाहिए और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र और धज्जियाँ न उड़ सके।
गौरतलब है कि BJP ने फोन टैपिंग मामले में CBI से जांच की मांग की है और कांग्रेस से कई सवाल किए हैं। राजस्थान सरकार को गिराने की कथित साजिश के बारे में कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने ऑडियो क्लिप से संबंधित दो प्राथमिकी दर्ज की हैं। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कल बागी विधायकों और भाजपा के बीच कथित घोड़ों के व्यापार की एक प्रतिलेख पढ़ा। इसके बाद ये शिकायतें दर्ज की गई हैं।
कांग्रेस की गहलोत सरकार को गिराने के लिए कथित साजिश से जुड़े दो ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री शेखावत और बागी कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा की गिरफ्तारी की शुक्रवार को मांग की गयी। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कांग्रेस के आरोप का खंडन किया है और कहा है कि उनकी आवाज इन क्लिप में नहीं है। उन्होंने कहा कि वह किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं। उसी मामले में, बीजेपी ने सुरजेवाला सहित कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें उनके नेताओं की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया गया है।
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