Gulam Rasool Balyawi Statement: पैगबंर मोहम्मद पर विवादित बयान देने के बाद कट्टरपंथी मुस्लिमों के निशाने पर आई नूपुर शर्मा एक बार फिर निशाने पर है। काफी हो हंगामे के बाद थमे इस विवाद को एक बार फिर से हवा देने की कौशिश की गई है। अब जेडीयू (JDU) से नेता गुलाम रसूल ने नूपुर शर्मा पर निशाना साधते हुए विवादित बयान दिया है।
जेडीयू से एमएलसी गुलाम रसूल ने झारखंड के हाजारीबाग में गुरुवार को बीजेपी (BJP) से निष्कासित नेता नूपुर शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे आका की इज्जत पर हाथ डालोगे तो अभी तो हम कर्बला मैदान में इकट्ठा हुए हैं, उनकी इज्जत के लिए हम शहरों को भी कर्बला बना देंगे। वहीं, बलियावी ने राजनीतिक पार्टियों पर आरोप लगाया कि खुद को सेकुलर बताने वाली किसी पार्टी ने नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग नहीं की।
गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि कोई रियायत नहीं होगी इसलिए कि मेरी ज़िंदगी मेरी नहीं है, मेरी सांसे मेरी नहीं हैं। जीने की तमन्ना वो करें जिसके पास रसूल का नूर न हो, हम तो इसी आरजू तमन्ना से जीते हैं कि मरने के बाद एक दिन ऐसा भी आएगा जब कोई नहीं रहेगा। मैं रहूंगा मेरा रसूल रहेगा। कोई समझौता नहीं होगा लेकिन सेकुलर कहलाने वाले किसी पार्टी के नेता ने आवाज़ नहीं उठाई कि इस औरत को गिरफ्तार करो। इस पागल औरत को पकड़ो कोई आवाज़ नहीं उठी।
जेडीयू नेता ने कहा कि रांची को जाम कर दो। अक्सर गैरों के झंडे लेकर निकलते हो। निकाल लो एक बार और बता दो हुक्मरानों को कि हम राख के नीचे दबे ज़रूर हैं, बुझे नहीं हैं। दिल से जितने लोग साथ हो इन सारे मुद्दों पर अपना समर्थन अपनी हिमायत की ये 17 एजेंडे हैं। इन सारे एजेंडों को आपने सुन लिया और समझ लिया। क्या ये लागू होना चाहिए? नामूस-ए-रिसालत पर कानून बननी चाहिए। दलितों की तरह मुसलमानों की सुरक्षा के लिए सेफ्टी एक्ट बनना चाहिए। सत्ता में हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। मेरे बच्चों को रोजगार मिलना चाहिए। दहेज खत्म होना चाहिए।