छत्तीसगढ़

Chhattisgarh: नारायणपुर में कथित धर्मांतरण, नये साल के पहले दिन ही जंग; जानें पूरा मामला

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में आदिवासी और आदिवासी ईसाई समाज के बीच चल रहा टकराव और बढ़ गया है। दोनों पक्षों में तनाव इतना बढ़ गया कि कथित धर्मांतरण की बात को लेकर दोनों पक्षों के दर्जनों लोग घायल हो गये है।

Kunal Bhatnagar

छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में धर्म परिवर्तन का मुद्दा पिछले 10 दिनों से गरमाया हुआ है। दो समुदायों के बीच लगातार विवाद और मारपीट की स्थिति पैदा हो रही है। नारायणपुर के एडका थाना क्षेत्र के गोर्रा गांव में नए साल के पहले ही दिन धर्मांतरण को लेकर दो समुदायों के बीच जमकर विवाद हो गया। उधर, सोमवार को आक्रोशित भीड़ ने स्थानीय पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार पर भी हमला कर दिया, जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें आई हैं।

आदिवासी और आदिवासी ईसाई समाज के बीच टकराव

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में आदिवासी और आदिवासी ईसाई समाज के बीच चल रहा टकराव और बढ़ गया है। दोनों पक्षों में तनाव इतना बढ़ गया कि कथित धर्मांतरण की बात को लेकर दोनों पक्षों के दर्जनों लोग घायल हो गये है।

पुलिस वालों को आई गंभीर चोट

नारायणपुर में साल के पहले दिन की शुरुआत में दोनों पक्षों के बीच भारी तनाव की स्थिति बन गयी। गुस्साई भीड़ और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई शुरू हो गई। जिसमें एडका थाना प्रभारी भुनेश्वर जोशी घायल हो गए। उधर, नारायणपुर जिले के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार पर भी आक्रोशित लोगों ने हमला कर दिया, जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें आई हैं।

एसपी पर भीड़ ने किया हमला, सिर में गंभीर चोट

इस पूरे घटनाक्रम में नारायणपुर जिला पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार का कहना है कि आज आदिवासी समाज की बैठक हुई जिसमें मेरे एसपी और स्थानीय कलेक्टर ने बैठक में समाज को समझाया तभी कुछ लोगों ने चर्च की ओर पहुंच कर हमला कर दिया।

पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई। किसी ने पीछे से आकर एसपी सदानंद कुमार के सिर पर वार कर दिया, जिससे उनके सिर में चोट लग गई। इसके बाद भी एसपी ने आक्रोशित लोगों को शांत करने का प्रयास किया। साथ ही वहां जमा भीड़ को वहां से हटाया गया।

आदिवासी समुदाय धर्मांतरण के मुद्दे पर आमने-सामने

छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पिछले 10 दिनों से धर्मांतरण का मुद्दा गरमा रहा है। दो समुदायों के बीच लगातार विवाद और मारपीट की स्थिति पैदा हो रही है। नारायणपुर में, माओवादियों की भारी उपस्थिति वाले क्षेत्र में, आदिवासी समुदाय एक बार फिर धर्मांतरण के मुद्दे पर आमने-सामने आ गए हैं। 19 दिसंबर को आदिवासी घर से निकाले जाने के बाद जिलाधिकारी से मिलने नारायणपुर जिला मुख्यालय पहुंचे थे।

अलग-अलग इलाकों में तनाव

आपको बता दें कि धर्म परिवर्तन करने वाले आदिवासी समुदाय के लोगों को "कभी वापस नहीं आने" के लिए कहा गया है। 18 दिसंबर को कथित तौर पर ग्रामीणों ने उन्हें घर से निकाल दिया था। वहीं, 1 जनवरी 2022 की सुबह दो गुटों के बीच हुई मारपीट में घायल थाना प्रभारी को जगदलपुर रेफर कर दिया गया है। इस घटना से नारायणपुर के अलग-अलग इलाकों में तनाव की स्थिति है।

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