(photo credit- PTI)
गुजरात

WHO चीफ को PM मोदी ने दिया नया नाम ‘तुलसी भाई’, डॉ. टेड्रोस ने सीखी गुजराती, भारतीय संस्कृति में रमे

डब्ल्यूएचओ (WHO) के महानिदेशक ने कहा कि उन्हें गुजरात आकर बहुत खुशी हुई। उन्होंने कहा कि यह केंद्र पारंपरिक चिकित्सा को मजबूत करेगा। मैं इस पहल के लिए पीएम मोदी और भारत सरकार का आभारी हूं।

ChandraVeer Singh

गुजरात के तीन दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गुजरात के जामनगर में डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस आदनॉम गेब्रिएससन ने भी भाग लिया। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने वहां मौजूद लोगों का गुजराती भाषा में स्वागत किया, जिसे सुनकर पीएम मोदी मुस्कुराने लगे तो वहां मौजूद लोगों ने तालियों से उनका स्वागत किया।

टेड्रोस गेब्रिएससन ने हाथ जोड़कर अपना संबोधन शुरू किया और कहा, "नमस्कार, केम छो मजामा।" डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने कहा कि उन्हें गुजरात आकर बहुत खुशी हुई। उन्होंने कहा कि यह केंद्र पारंपरिक चिकित्सा को मजबूत करेगा। मैं इस पहल के लिए पीएम मोदी और भारत सरकार का आभारी हूं।

दरअसल, यह एक ऐसा ग्लोबल प्रोजेक्ट है, जिससे भारत की पहुंच पूरी दुनिया में बढ़ेगी और पूरी दुनिया भारत का रुख करेगी। इसके साथ ही गांधीनगर के महात्मा मंदिर में उद्घाटन समारोह के दौरान डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने पीएम मोदी के साथ भगवान राम की आरती भी की।

आयुष वीजा देने की घोषणा

पीएम मोदी ने दौरे के तीसरे दिन गांधीनगर में वैश्विक आयुष निवेश और आविष्कार सम्मेलन (the global ayush investment and innovation summit) को संबोधित करते हुए इलाज के लिए भारत आने वालों को आयुष वीजा देने की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने भारत में उच्च गुणवत्ता वाले आयुष उत्पाद और देश में आयुष पार्कों का एक नेटवर्क विकसित करने की घोषणा की है। सम्मेलन को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार विदेशी नागरिकों के लिए एक और पहल कर रही है जो भारत आना चाहते हैं और आयुष चिकित्सा का लाभ उठाना चाहते हैं। जल्द ही भारत एक विशेष आयुष वीजा श्रेणी शुरू करने जा रहा है। इससे लोगों को आयुष चिकित्सा के लिए भारत आने में सुविधा होगी।

पूरी दुनिया के लोगों को गुणवत्ता वाले आयुष उत्पादों का भरोसा मिलेगा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने आयुष क्षेत्र में निवेश और शोध के बारे में सोचा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत भी एक विशेष आयुष चिह्न बनाने जा रहा है। यह निशान भारत में बने उच्च गुणवत्ता वाले आयुष उत्पादों पर लगाया जाएगा। इससे पूरी दुनिया के लोगों को गुणवत्ता वाले आयुष उत्पादों का भरोसा मिलेगा। यह पहली बार है कि आयुष में निवेश और आविष्कार पर वैश्विक सम्मेलन आयोजित किया गया था।

मोदी ने डॉ.टेड्रोस का नाम रखा तुलसी भाई

टेड्रोस गेब्रिएसस ने कहा कि इसकी (डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन) शुरुआत से ट्रेडिशनल मेडिसिन के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि जिस दिन से मैंने पीएम मोदी से चर्चा की तो उनकी प्रतिबद्धता अद्भुत थी। मैं जान गया कि ये सेंटर अच्छे हाथों में होगा। बता दें कि भारत इस परियोजना में 25 करोड़ डॉलर खर्च करेगा। इस दौरान पीएम मोदी ने डॉ.टेड्रोस का गुजराती नामकरण भी कर दिया। प्रधानमंत्री ने मजाकिया लहजे में कहा कि डॉ.टेड्रोस मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं। आज वो कह रहे थे कि मैं पक्का गुजराती हो गया हूं। मेरा कोई गुजराती नाम रख दो.... आज से मैं अपने दोस्त का नाम ‘तुलसी भाई’ रखता हूं....।

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