Emotional Story: भगवान राम, कृष्ण की भारत भूमि पर हर मानव में दया और करुणा का भाव है। यहां कोई भूखा नहीं सो सकता। यदि कोई भूखा-प्यासा मदद के लिए गुहार लगाए तो लोग दिल खोलकर मदद को आगे आ जाते हैं। केरल के पलक्कड़ की रहने वाली सुभद्रा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ।
सुभद्रा के तीन बच्चे भोजन के लिए भटक रहे थे। उसके पास खाने और बच्चों को खिलाने के लिए पैसे नहीं थे। ऐसे में उसने अपने बच्चे की एक शिक्षिका गिरिजा से 500 रुपए की मदद मांगी। शिक्षिका ने उसकी स्थिति देखकर उसे एक हजार रुपए मदद दिए, साथ ही उसकी मदद की ठानी तो दो दिन के अंदर ही 51 लाख रुपये जुटा लिए।
केरल की एक महिला के पास खाने के लिए पैसे नहीं थे। महिला के तीन बच्चे भोजन के लिए भटक रहे थे। इसलिए महिला ने अपने बच्चों के महिला टीचर से मदद मांगी। केरल के पलक्कड़ की रहने वाली सुभद्रा ने अपने बड़े बेटे की टीचर से खाने के लिए कुछ पैसे मांगे। महिला की हालत देखकर शिक्षिका ने कुछ पैसे दिए, लेकिन उन्होंने प्रण लिया कि वह उसके पूरे परिवार की स्थिति सुधारने का प्रयास करेगी। सुभद्रा ने अगस्त में अपने पति को खो दिया था। अपने पति के जाने के बाद से सुभद्रा आर्थिक रूप से तंग हो गई थी।
शिक्षिका गिरिजा ने परिवार की आर्थिक स्थिति को देखकर सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर लोगों से मदद मांगी, लेकिन गिरिजा को भी नहीं पता था कि इतना बड़ा चमत्कार हो जाएगा। शिक्षिका ने सोशल मीडिया के जरिए क्राउडफंडिंग अभियान चलाकर लाखों रुपए जुटाए। गिरिजा ने पोस्ट में सुभद्रा के बैंक खाते का डिटेल्स भी शेयर किया था। टीचर की पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इसके बाद महज दो दिन के अंदर सुभद्रा के खाते में 51 लाख रुपये पहुंच गए।
सुभद्रा ने शिक्षिका गिरिजा से मात्र 500 रुपय की मदद मांगी थी, गिरिजा ने एक हजार रुपये दिए थे लेकिन सुभद्रा की भगवान ने भी सुन ली। शिक्षिका ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मुझे नहीं पता कि आप सभी का आभार मैं कैसे व्यक्त करूं। उधर, लोग भी शिक्षिका गिरिजा के इस प्रयास के लिए उनकी भरसक प्रसंशा कर रहे हैं।