Punjab में जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, देश विरोधी ताकतों ने आवाज उठानी शुरू कर दी है। खालिस्तानियों के हौसले बुलंद हो गए है। क्योंकि केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (AAP) का खालिस्तानियों से पुराना नाता रहा है।
इसी का परिणाम है कि कल अमृतपाल के नेतृत्व में खालिस्तानी गुंडों ने अजनाला पुलिस चौकी पर हमला कर दिया और हथियारों के दम पर चौकी पर कब्जा कर प्रशासन को झुका दिया। पुलिस प्रशासन ने कोई सख्त एक्शन नहीं लिया। इससे प्रशासन और सरकार पर सवाल उठ रहा है।
आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य और किसी समय केजरीवाल के खास रहे कुमार विश्वास ने पंजाब में विधानसभा चुनाव के दौरान 'खालिस्तान' समर्थकों के साथ आप नेताओं के संबंध होने का दावा किया था।
कुमार विश्वास ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने मुझसे कहा था कि "एक दिन या तो वह एक दिन पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे या स्वतंत्र राष्ट्र खालिस्तान के प्रधानमंत्री बनेंगे"
पंजाब के पूर्व सीएम ने अमित शाह को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि प्रतिबंधित संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' आम आदमी पार्टी के संपर्क में है। जिसके जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जांच कराने की बात कही थी।
29 जनवरी 2017 को अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मोगा में खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के चीफ गुरविंदर सिंह के घर रात बिताई थी। बता दें कि 1984 के दौरान गुरविंदर सिंह पर हिंदू-सिख दंगे भड़काने के आरोप लगे थे।
यही नहीं हत्या और अन्य कई मामलों में वह जेल में भी रहा लेकिन बाद में इन मामलों से बरी होकर वो इंग्लैंड चला गया और अब इंग्लैंड में बैठकर वो कथित तौर पर खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के लिए काम कर रहा है।
इसके बाद एक बार फिर अरविंद केजरीवाल पर पंजाब विरोधी और खालिस्तान समर्थक रेडिकल ग्रुप्स के साथ मिलीभगत होने और उनसे मदद और फंडिंग लेने का आरोप लगने लग गए। हालाँकि इससे ये तो स्पष्ट हो गया कि कई न कई केजरीवाल का खालिस्तानियों से संबंध तो है।
ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Blue Star) की बरसी से दो दिन पहले यानि 4 जून 2018 को पंजाब पुलिस ने नवांशहर में तीन आतंकियों को गिरफ्तार कर उनसे हथियार भी बरामद किए थे।
इन आतंकियों का प्रतिबंधित आंतकवादी संगठन इंटरनेशनल सिख यूथ फैडरेशन (ISYF)से सीधा संबंध था। गिरफ्तार आतंकी जगरूप, गुरमेल और गुरदयाल सिंह से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि देश की संप्रभुता और शांति को नुकसान पहुंचाने की उनकी बड़ी साजिश थी।
बता दें कि इस नेटवर्क के मुखिया गुरदयाल सिंह का आम आदमी पार्टी से सीधा कनेक्शन था। आतंकी गुरदयाल सिंह ने गढ़शंकर के गांव रोडमाजरा में AAP नेताओं के साथ प्रचार किया था और स्टेज साझा किया था। यहीं नहीं जब गुरदयाल सिंह को पकड़ा गया तो AAP के स्थानीय नेता उसकी पैरवी करने उसके समर्थन में पहुंचे थे।
इससे जाहिर होता है कि आम आदमी पार्टी (AAP) आतंकी संगठनों के साथ मिलकर पंजाब और देश का माहौल खराब करने में लगी है।