राजस्थान में इन दिनों अजीब-अजीब घटनाक्रम और विवाद सामने आ रहे हैं। ताजा विवाद टोंक जिले से सामने आया है। यहां के जिला शिक्षा अधिकारी ने मंगलवार को एक अजीब फरमान जारी कर दिए जिसे पढ़ विभाग के अधिकारी भौंचक्के रह गए। आदेश जारी होते ही वह विवादों में आ गया है। इस पर अब सियासत गर्माना भी तय है।
दरअसल जिला शिक्षा अधिकारी ने डेढ़ लाइन के इस आदेश में जिले की सभी मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे बताएं कि सभी स्कूल में मजार या मस्जिद (Mazar or mosque) है या नहीं? इसकी सूचना तत्काल देवें। इस मसले को लेकर जब जिला शिक्षा अधिकारी से सवाल-जवाब किए गए तो उनको कहना था कि इसके लिए सीबीआई से फोन आया था।
दरअसल टोंक के जिला शिक्षा अधिकारी केसी कोली ने जिले के सभी मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों से यह सूचना मांगी कि उनके स्कूल में मस्जिद और मजार है या नहीं? इतना ही नहीं आदेशों में जिला शिक्षा अधिकारी ने लिखा कि आज के दिन ही दफ्तर बंद होने से पहले यह सूचना उन्हें तत्काल भेजी जाए। जैसे ही यह आदेश जारी हुआ उसके बाद शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों में हड़कंप मच गया। उसके बाद जिले के सरकारी स्कूलों के प्रभारियों और अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारियों ने तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी को यह सूचना भेजने का काम भी किया।
जिला शिक्षा अधिकारी केसी कोली ने बताया कि उनके पास दफ्तर में काम करते वक्त दोपहर में एक फोन कॉल आया था। उसमें सामने वाले व्यक्ति ने अपने आप को सीबीआई का बड़ा अधिकारी बताया और कहा कि तुम्हारे जिले में स्कूलों में मस्जिद और मजार कितनी है। इसकी सूचना मुझे तत्काल चाहिए। आज शाम तक यह सूचना मुझे किसी भी सूरत में दो।
बकौल कोली उसके बाद उन्होंने सभी कामकाज छोड़कर आदेश जारी कर सभी स्कूलों के प्रभारियों से यह जानकारी मांगी। आदेश जारी होने के बाद विवाद की स्थिति बनते देखकर जिला शिक्षा अधिकारी बैकफुट पर आ गए। बाद में शिक्षा विभाग के आलाधिकारियों ने उनको फटकार भी लगाई है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में हाल ही में मंत्रियों और ब्यूरोक्रेसी में भी टकराव जोरों पर चल रहा है। उस पर भी सियासत गरमा हुई है। मंत्रियों और ब्यूरोक्रेट्स के टकराव को लेकर बीजेपी गहलोत सरकार पर हमलावर हो रखी है।