शांति धारीवाल के बिगड़े बोल रेप मामलों में राजस्थान नंबर वन, वैसे भी ये मर्दों का प्रदेश रहा है
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल एक बार फिर चर्चाओं में आ गए है और इसकी वजग है उनका बेतुका बयान। रेप में राजस्थान को नंबर वन बताने की वजहों पर बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है। धारीवाल ने कहा- 'बलात्कार के मामले में हम नंबर वन हैं, अब ये रेप के मामले क्यों हैं? कहीं चूक हुई है। वैसे भी यह राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश रहा है यार, उसका क्या करें' यह कहकर धारीवाल फिर हंस पड़े तो कई मंत्री और कांग्रेस विधायक भी हंसने लगे। धारीवाल को किसी ने बाधित तक नहीं किया। धारीवाल बुधवार रात विधानसभा में पुलिस और जेलों की अनुदान मांगों पर हुई बहस का जवाब दे रहे थे।
रेप के मामले में राजस्थान पहले नंबर पर
धारीवाल ने कहा- रेप के मामलों को देखिए आप, रेप और मर्डर के साथ रेप के आंकड़े अलग हैं। मर्डर के साथ रेप के मामले में राजस्थान 11वें नंबर पर है। हत्या के साथ रेप के मामले में यूपी पहले नंबर पर है। दूसरे नंबर पर एमपी, तीन पर असम, चौथे नंबर पर महाराष्ट्र, पांचवें नंबर पर उड़ीसा, छठे नंबर पर तेलंगाना, सातवें नंबर पर झारखंड और आठ पर पश्चिम बंगाल है। रेप के मामले में राजस्थान पहले नंबर पर है, इसमें कोई शक नहीं है। दूसरे नंबर पर यूपी, तीसरे नंबर पर एमपी, पांचवें नंबर पर असम और छठे नंबर पर हरियाणा है। इसे लेकर बीजेपी द्वारा दिए गए गलत आंकड़ों को सुधारा गया है।
बड़ते रेप के मामलों को पुरुषों की मर्दानगी से जोड़ा
जब धारीवाल ने बलात्कार के मामलों में वृद्धि को पुरुषों की मर्दानगी से जोड़ने वाला बयान दिया, तो किसी को भी गलती का एहसास नहीं हुआ। सरकार के मंत्री और सत्ताधारी दल के विधायक हंसते रहे, धारीवाल को किसी ने नहीं रोका। सरकार में तीन महिला मंत्री भी थी इनमें से भी किसी ने नहीं रोका।
भाजपा विधायकों ने बयान से नाराज होकर सदन का बहिष्कार
संसदीय कार्य मंत्री ने जब यह बयान दिया तब विपक्षी विधायक सदन में मौजूद नहीं थे। धारीवाल का जवाब शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने उनके इस बयान से नाराज होकर सदन का बहिष्कार कर दिया। ऐसे में विपक्ष की गैरमौजूदगी में दिए गए बयान पर किसी ने आपत्ति नहीं की। अब इस बयान पर विवाद तय माना जा रहा है।