उत्तर प्रदेश

Atiq Ahmed Office: अतीक के दफ्तर में मिला रक्तरंजित चाकू, जगह-जगह बिखरा हुआ है खून; जानें सबकुछ

Om prakash Napit

Atiq Ahmed Office: प्रयागराज में अतीक अहमद के चकिया स्थित दफ्तर में खून के धब्बे मिलने से हड़कंप मच गया है। इन धब्बों को देखकर ये कहा जा सकता कि ये ज्यादा पुराने नहीं है। अतीक के पूरे दफ्तर में जगह-जगह खून के निशान दिखाई दे रहे हैं। यही नहीं यहां पर एक खून से सना चाकू और एक सफेद रंग का दुपट्टा मिला है, जिस पर भी खून के धब्बे लगे हुए।

इन हालातों को इस तरह की आशंका जताई जा रही है कि कहीं इस दफ्तर में कोई अनहोनी तो नहीं हुई है। खून के ये धब्बे ग्राउंड फ्लोर से होकर ऊपर की ओर तक दिखाई देते हैं। जबकि खून से सना चाकू नीचे ही पड़ा हुआ हैं। खून के निशान ग्राउंड फ्लोर से ऊपर सीढ़ियों पर भी जगह-जगह दिखाई देते हैं। ऊपर कमरे में सोफे पर एक सफेद रंग का दुपट्टा रखा हुआ है, जिस इस पर खून के निशान लगे हुए हैं। एक जगह टूटी हुई चूड़ियां भी मिली हैं।

कागज बिखरे, सामान मिला अस्त व्यस्त

अतीक के दफ्तर में सारा सामान बुरी तरह से अस्त व्यस्त है। जिसे देखकर ऐसा लगता है कि यहां पर कुछ ढूंढने की कोशिश की गई है। किचन में भी चावल और दूसरा सामान बेतरतीब हिसाब से फैला हुआ है। किचन के अंदर भी खून के निशान हैं। अलमारी के कपड़े बाहर फैले हुए हैं। कागजों में भी कुछ ढूंढने की कोशिश की गई है जिसकी वजह से दफ्तर में कागज भी बिखरे हुए हैं।

सवाल, पुलिस ने इसे सील क्यों नहीं किया?

इस खबर की सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। पुलिस की टीम मामले की जांच के लिए दफ्तर में पहुंची हुई है और मौके से सबूत इकट्ठा करने में जुटी हुई है

चकिया स्थित अतीक का ये वही दफ्तर है जहां पर लोगों का अपहरण कर लाया जाता था और फिर उन्हें टॉर्चर किया जाता था। अतीक अहमद के इस दफ्तर के आगे के हिस्से को बुलडोजर से ढहाया जा चुका है। वहीं अब इस मामले में पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इस हाई प्रोफाइल केस में इस दफ्तर की निगरानी क्यों नहीं की गई। पुलिस ने इसे सील क्यों नहीं किया।

उधर, शाइस्ता 58 दिन बाद भी फरार

उमेश पाल हत्याकांड के 58 दिन बाद एड़ी-चोटी का जोर लगाने के बाद भी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का अता-पता नहीं है। यूपी पुलिस जानती है कि आंख मिचौली के इस खेल में शाइस्ता अकेली नहीं। उसके साथ उसके मददगार हैं। उसके सिर पर मददगारों के हाथ हैं। लेकिन वो मदददार कौन हैं?

यूपी पुलिस के लिए उन मददगारों तक पहुंचना अब सबसे जरूरी हो गया है। सवाल उठ रहा है कि क्या अतीक से जुडा कोई सफेदपोश नेता है, जो शाइस्ता की भी मदद कर रहा? एक बिल्डर पर भी पुलिस की नजर है, जो अतीक का मददगार रहा है?

EVM से हुए पहले चुनाव को सुप्रीम कोर्ट ने क्यों किया रद्द, जानें पूरा मामला

हॉलीवुड में शुरुआती संघर्ष पर छलका Priyanka Chopra का दर्द, कहा वो था डरावने अनुभव

मां बनने के बाद सदमे में चली गई थी Sonam Kapoor, पति के साथ बदल जाता है रिश्ता

संदेशखाली में जमीन के अंदर से मिला हथियारों का जखीरा, TMC ने चुनाव आयोग से की शिकायत

मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, दो जवान हुए शहीद