उत्तर प्रदेश

Kanpur: कब्जे की शिकायत से नगर आयुक्त खफा! बीजेपी नेता को घसीट कर बाहर निकाला

Om prakash Napit

Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक वीडियो वायरल हो रहा है, जहां बीजेपी नेता को घसीट कर नगर निगम के दफ्तार से बाहर निकाला गया फिर पुलिस के हवाले कर दिया गया। यह घटना मंगलवार की बताई जा रही है। दरअसल बीजेपी नेता कपिल गुप्ता एक शिकायत लेकर नगर निगम के दफ्तार पहुंचा थे।

नगर आयुक्त ने संभव पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने को कहा तो बीजेपी नेता की उनसे बहस हो गई। इसके बाद नगर आयुक्त ने सुरक्षागार्ड बुलवा कर कपिल गुप्ता को बाहर करने को कहा। इसके बाद सुरक्षागार्डों ने उन्हें पकड़ा और घसीटते हुए दफ्तर से बाहर ले गए और पुलिस बुलाकर उनके हवाले कर दिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने कपिल गुप्ता को छोड़ दिया।

जमीन पर कब्जे की शिकायत लेकर गए थे

बीजेपी नेता कपिल गुप्ता ने सूटरगंज वार्ड से 2017 में पार्षद का चुनाव लड़ा था। कपिल गुप्ता का कहना है कि ग्वालटोली में कुछ लोग ने एक जमीन पर कब्जा किया हुआ है। इस बात की शिकायत कुछ लोगों ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से की थी। सतीश महाना ने इस मामले को लेकर उसे नगर आयुक्त से मिलने को कहा था।

नगर आयुक्त से मिलने पर मैंने उनसे पूछा कि जमीन कब्जे के मामले में नगर निगम क्या एक्शन ले रहा है। इस पर वो भड़क गए और उन्होंने गार्ड बुलाकर मेरे साथ बदसलूकी की। मुझे धक्के मारकर बाहर निकाला, बाहर भी कर्मचारियों ने घसीटते हुए नीचे ले गए। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी और उसे थाने ले जाया गया। जहां पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया।

कपिल गुप्ता ने आरोप लगाया कि उसके मारपीट भी की गई। उन्होंने कहा कि वो लखनऊ जा रहे हैं, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से पूरे प्रकरण की शिकायत करेंगे।

बैकफुट पर आए आयुक्त, कब्जा हटाने के निर्देश

बीजेपी नेता कपिल गुप्ता के साथ हुई अभद्रता पर नगर आयुक्त बैकफुट पर आ गए हैं। आनन-फानन में नगर आयुक्त ने शिकायत के आधार पर अतिक्रमण के प्रकरण में एक्शन लेने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कपिल गुप्ता के साथ हुई अभद्रता पर जांच बैठा दी है। नगर आयुक्त ने कहा कि नगर निगम केयरटेकर, कर्मचारियों एवं सुरक्षा कर्मियों द्वारा एक शख्स के साथ अभद्रता की गई है। इस पर जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच के बाद नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त ने अपर नगर आयुक्त प्रथम को जांच करने के लिए कहा है। इसके साथ 7 दिनों में जांच आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। नगर आयुक्त ने कहा कि जांच आख्या के आधार पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

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