यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र में (Zelensky speech in United Nations) मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र को ही आड़े हाथों लिया। ज़ेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र से या तो तुरंत कार्रवाई करने या खुद को पूरी तरह से भंग करने का आह्वान किया। संयुक्त राष्ट्र में बहुत ही भावनात्मक और चुनौतीपूर्ण तरीके से यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को अपनी मौजूदगी बनाए रखने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को रूसी सैनिकों की यातना और हत्याओं के वीडियो भी दिखाए। वहीं, बुका में रूसी सैनिकों की हरकतों की इस्लामिक स्टेट से तुलना करते हुए इसे आतंकवादी कृत्य बताते हुए वैश्विक समुदाय से तत्काल कार्रवाई करने की अपील की।
संयुक्त राष्ट्र को अपने संबोधन में, (Zelensky speech in United Nations) ज़ेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कर्तव्यों की भी याद दिलाई, जिसमें यूक्रेन के लोगों पर अत्याचार और हत्याओं का जिक्र था। उन्होंने कहा कि परिषद का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। लेकिन रूस के मामले में वह कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा कि ये परिषद अब तक मूकदर्शक बन क्यों देख रही है।
रूस वीटो रखने वाले सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में से एक है। ज़ेलेंस्की ने आरोप लगाया कि रूस ने ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर प्रस्तावों और बातचीत को अवरुद्ध करने के लिए बार-बार वीटो का गलत इस्तेमाल कर रहा है।
बढ़ी हुई दाढ़ी और अपनी सैन्य ट्रेडमार्क टी शर्ट पहने हुए ज़ेलेंस्की ने रूसियों के कूकर्मों के बारे में भी यूएन को बताया। जेलेंस्की ने यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहर बुका शहर में नागरिकों के खिलाफ रूसी सैनिकों द्वारा किए गए अत्याचारों के बारे में बताते हुए एक वीडियो भी दिखाया। जेलेंस्की ने बताया कि बच्चों और महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया। वे अपने अपार्टमेंट, घरों में मर गए। हैंड ग्रेनेड फेंके गए। सड़क के बीचोंबीच अपनी कारों में बैठे लोग टैंकों से नागरिक कुचले गए। रूसी सैनिको ने लोगों के अंगों को काट दिया... उनका गला काट दिया गया।
संयुक्त राष्ट्र में मास्को के राजदूत वसीली नेबेंजिया ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद में एक भाषण में यूक्रेन में रूसी सैनिकों के अत्याचार के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि गवाहों के पास कोई सबूत नहीं है। वसीली नेबेंजिया ने कहा कि रूसी सेना के खिलाफ निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं, जिसकी पुष्टि किसी भी प्रत्यक्षदर्शी ने नहीं की है।
बता दें कि वैश्विक संकट के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने यह बैठक बुलाई थी। उन्होंने इस युद्ध को तत्काल समाप्त करने पर जोर दिया और सभी से अपना पक्ष रखने को कहा। गुटेरेस ने कहा कि युद्ध से 74 देशों में 1.2 अरब लोग प्रभावित हुए हैं। संघर्ष के परिणामस्वरूप खाद्य, ऊर्जा और उर्वरक की बढ़ती कीमतों से वैश्विक गिरावट दर्ज की जा रही है।