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जरूरत से ज्यादा बन रहे ब्रेस्ट मिल्क को अब महिला बेचेगी‚ तीन से अधिक फ्रीज़र पहले से तैयार

अमेरिका की एक महिला का दूध बच्‍चों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रहा है। दरअसल यहां एक मां ने अपने 118 लीटर से अधिक ब्रेस्ट मिल्क को जरूरतमंद लोगों को बेचकर मदद करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि ज़रूरत से अधिक ब्रेस्ट मिल्क बनने के चलते उसके पास ब्रेस्ट मिल्क के तीन से अधिक फ्रीज़र हैं।

ChandraVeer Singh
मां का दूध नवजात बच्‍चे के लिए अमृत के समान होता है। ये बात मेडिकल साइंस में भी ये बात प्रूव हो चुकी है। मेडिकल रिसर्च से ये बात ​साबित हो चुकी है कि स्‍तनपान करने वाले बच्‍चों में रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होती है। इसलिए हर मां की कोशिश होता है कि वो अपने बच्‍चे को ब्रेस्‍ट फीड जरूर सके करवाए, लेकिन कई मांओं के शरीरिक कारणों की वजह से दूध नहीं बन पाता। ऐसे में ऐसेी माओं के पास अपने बच्‍चों को पिलाने के लिए बेबी फार्मूला मिल्‍क विकल्प रह जाता है, लेकिन ये मिल्क भी जब न मिल पाए तो बच्चे दूध कैसे ​पी पाएंगे। ऐसी ही मांओं का दर्द अमेरिका की मां ने समझा और वो अब एक नजीर बन चुकी है।
बता दें कि यूएसए में नवजात बच्चियां फार्मूला मिल्‍क की भारी कमी से जूझ रही हैं और सरकार की कई कोशिशों के बावजूद अभी बच्चों के लिए फार्मूला मिल्‍क जिसे पाउडर मिल्क के नाम से जाना जाता है। इस मिल्क की भी किल्लत हो गई है। ये ​पाउडर मिल्क बाजार में आने में अभी कई सप्ताह लगेंगे। ऐसे में अमेरिका की एक महिला का दूध बच्‍चों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रहा है। दरअसल यहां एक मां ने अपने 118 लीटर से अधिक ब्रेस्ट मिल्क को जरूरतमंद लोगों को बेचकर मदद करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि ज़रूरत से अधिक ब्रेस्ट मिल्क बनने के चलते उसके पास ब्रेस्ट मिल्क के तीन से अधिक फ्रीज़र हैं।

अमेरिका में इसलिए हुई फार्मूला मिल्क की कमी

दरअसल फरवरी में अमेरिका में एक प्रमुख फॉर्मूला प्रोडक्शन फेक्ट्री ने प्रोडक्शन रोक दिया था इससे कई ब्रांड्स ने पाउडर फॉर्मूले को वापस ले लिया। इस कारण वहां इसकी भारी कमी हो गई।
फॉक्स 13 से बात करते हुए एलिसा चिट्टी ने बताया कि उसके पास ब्रेस्टमिल्क से भरे तीन से अधिक फ्रीजर हैं। उसने मजाकिया अंदाज में कहा कि मैं अपने रूम से बाहर भाग रही हूं... और इसलिए मैं ओरों की मदद कर सकती हूं...। मुझे पता है कि मेरे पास 3,000 औंस से अधिक है।

बेबी फार्मूला की शॉर्टेज के चलते लिया फैसला

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पहले एलिसा ने एक मिल्क बैंक को दान करने का ट्राय किया था, लेकिन एक लंबे प्रॉसेस की वजह से उन्होंने अपने ब्रेस्ट मिल्क की प्राइस $ 1 प्रति औंस रखी। लेकिन महिला ने यह भी कहा कि वह अन्य पेरेंट्स के साथ प्राइस को लेकर नेगोशिएट करने के लिए भी तैयार रहेंगी, क्योंकि वे ये भी जानती हैं कि इन दिनों यूएस में बेबी फार्मूला की कमी के चलते माता​ पिता कितने परेशान हैं।

महिला ने समझा बच्चों की भूख और पेरेंट्स का दर्द

एलिसा ने बताया कि पेट खराब होने की जवह से कुछ शिशुओं को विशिष्ट शिशु फार्मूला की जरूरत होती है। मैं समझ सकती हूं कि जब वे परेशान होते हैं तो ये उनके लिए कितना मुश्किल होता है। पेट दर्द के बारे में आप कुछ नहीं कर सकते हैं। एलिसा ने कहा उसकी अपनी बेटी भी थोड़ी "colicky" है और जानती है कि ऐसी सिचुएशन को संभालना कितना कठिन हो सकता है।

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