देश में नाबालिग लड़कियों के साथ शोषण के मामले लगातार बढते जा रहे हैं। इसके पीछे एक बड़ी वजह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है। नाबालिग लड़कियों के देह शोषण के ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि इस उम्र की लड़कियाें को आरोपी सोशल मीडिया के जरिए आसानी से फंसा लेते हैं। पहले सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती होती है फिर चेटिंग का दौर। चिकनी चुपड़ी बातें कर आरोपी पहले प्रेमजाल में फंसाते हैं, फिर घूमने फिरने के बहाने मिलने बुला लेते हैं।
इस दौरान ड्रिंक में नशीला पेय पिलाकर या जबरन लड़की के साथ शारीरिक संबध स्थापित कर उसका अश्लील वीडियो बना लिया जाता है। इसके बाद वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर ब्लेकमेल करके पैसा वसूला जाता है, साथ ही वीडियो को वायरल करने के नाम पर लड़की को बाकि लोगों से संबध बनाने पर मजबूर किया जाता है।
शायद ही कोई व्यक्ति होगा जो कि सोशल मीडिया का उपयोग नहीं करता हो। आज सोशल मीडिया की सुविधा के कारण लोग एक दूसरे से आसानी से जुड़ रहे है, लेकिन इस आसान सुविधा ने आपराधिक किस्म के लोगों के लिए अपराध करना और आसान बना दिया है।
हाल के दिनों में देश में नाबालिग लड़कियों के साथ हुई पांच ऐसी घटनाओं के बारें में आपको जानकारी दे रहे है, जिसमें नाबालिग लड़कियों को आरोपी द्वारा पहले सोशल मीडिया के द्वारा प्रेम जाल में फंसाया गया और बाद में उनको देह शोषण किया गया।
1 अक्टूबर को 16 साल की नाबालिग से रेप के बाद उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने का मामला राजस्थान के अलवर से सामने आया था। नाबालिग लड़की आठवीं कक्षा की छात्रा थी। छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म का वीडियो बनाया गया था। वीडियो बनाने के बाद लड़की से वीडियो वायरल करने की एबज में पैसों की मांग भी की गई। डरी सहमी लड़की ने पहले तो पैसे की डिमांड पूरी कर दी। लेकिन, जब वह दोबारा पैसे नहीं दे पाई तो उसके अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। पूरा मामला राजस्थान के अलवर जिले के भिवाड़ी के किशनगढ़बास थाना क्षेत्र का है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मध्य प्रदेश के रहने वाले राजीव गर्ग को एक लड़की का अपहरण कर उसे बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था। मामला जुलाई 2021 का है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक पीड़िता ने एक एप पर अपना अकाउंट बनाया था।
इस एप पर आरोपी राजीव गर्ग ने एक लड़की के नाम से अपना खाता खोला हुआ था। जिसके बाद ये दोनों दोस्त बन गए। लड़की को बाद में राजीव की सच्चाई के बारे में पता चला, लेकिन उसके बाद भी नाबालिग आरोपी से मिलने के लिए राजी हो गई थी। लड़की से मिलने के बाद उसका अपहरण कर उसके साथ रेप किया गया, बाद में उसे 50 हजार रुपये में बेच दिया गया।
मामला मध्यप्रदेश के जबलपुर से सामने आया था। इस मामले को लेकर जांच कर रहे पाटन थाना प्रभारी आसिफ इकबाल ने बताया था कि दो साल पहले जब पीड़िता 17 साल की थी तब आरोपी ने बलात्कार किया था।
पीड़िता से रेप के आरोप में आरोपी को 2020 में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन उसके एक साल बाद 2021 में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था। रिहा होने के बाद आरोपी ने फिर उसी लड़की के साथ रेप किया और बलात्कार का केस वापस लेने कि धमकी दे रहा था।
राजस्थान की राजधानी जयपुर से नाबालिग के साथ दरिंदगी की इसी तरह की घटना देखने को मिली थी। जहां पर हरमाड़ा इलाके में नाबालिक का अपहरण कर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया था। बता दें कि NCRB के दुष्कर्म के आकड़ों में राजस्थान को प्रथम पायदान पर लाकर खड़ा कर रहे है।
मामला मार्च 2022 का राजस्थान की राजधानी जयपुर का है। इस मामले की जांच कर रहे डीसीपी (साउथ) मृदुल कच्छावा ने बताया कि मामले में आरोपी अजय (23) पुत्र रज्जा निवासी हरिजन बस्ती सदर हिंडौन सिटी करौली को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में बेटी के पिता द्वारा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी बेटी सहेली के पास पढ़ने गई थी और वापस घर नहीं लौटी। नाबालिग किशोरी के लापता होने पर पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया। मोबाइल कॉल डिटेल और लोकेशन के आधार पर तुरंत पुलिस टीम को हिण्डौन सिटी रवाना किया गया।