
Islamophobia: इस्लामोफोबिया दिवस पर केरल के सीएम पिनरई विजयन का 'इस्लामिक प्रेम' एक बार फिर जाग उठा है। उन्होंने ट्वीट कर मुस्लिमों के खिलाफ घृणा और कट्टरता के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया है।
गौरतलब है कि केरल वही राज्य है जहां पीएफआई जैसे कट्टर पृथकतावादी संगठन फल-फूल रहे है। केरल से कई बार हिंदू विरोधी आवाजें बुलंद होती रहती हैं। स्थानीय सरकार पर भी ऐसे संगठनों को प्रश्रय देने के आरोप लगते रहे हैं।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस्लामोफोबिया के खिलाफ जंग के अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आज बुधवार यानि 15 मार्च को ट्वीट कर कहा, संयुक्त राष्ट्र का इस्लामोफोबिया के खिलाफ जंग का अंतरराष्ट्रीय दिवस ठोस कार्रवाई की मांग करता है और हम सभी को दुनिया भर में मुसलमानों के खिलाफ असहिष्णुता और घृणा अपराधों में तेजी से हो रही वृद्धि की याद दिलाता है।
साथ ही सीएम पिनराई 'घृणा और कट्टरता के अंधेरे के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया'।
पीएफआई ने केरल में मजबूती से अपनी जड़े जमा रखी है। जिसका संपूर्ण श्रेय केरल में शासन कर रही सरकार को जाता है।
हाल ही में सितंबर के महीने में NIA ने PFI के खिलाफ 5 रेड की। जांच एजेंसी सूत्रों के मुताबिक, देशभर में केरल में ही PFI के सबसे ज्यादा सक्रिय सदस्य हैं। जो कि बड़ी कार्रवाही के बाद भी देश विरोधी गतिविधियां जारी रखे हुए है।
इस्लामोफोबिया मुसलमानों को एक भयमुक्त और घृणा रहित बनाने पर जोर देता है। यह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों हा तरह दुनिया में मुसलमानों धमकियों, उत्पीड़न, दुर्व्यवहार, डराने-धमकाने और डराने-धमकाने के माध्यम से उकसाने, शत्रुता और असहिष्णुता की ओर ले जाता है।
इसका दिवस का मुख्य उद्देश्य इस्लामोफोबिया का मुकाबला करने, अभद्र भाषा और मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव को कम करना होगा। धार्मिक प्रतीकों और प्रथाओं के लिए सम्मान व साथ ही धर्म या विश्वास के आधार पर सभी प्रकार की असहिष्णुता और भेदभाव को समाप्त करना होगा।