केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित चीन के कैम स्कैनर ऐप का उपयोग राज्य में शिक्षा, पर्यटन और अन्य सरकारी विभागों द्वारा किया जा रहा है। इस ऐप के जरिए न जाने कितने ही सरकारी दस्तावेजों को स्कैन कर के पोर्टल पर अपलोड किया जाता है।
इससे गोपनीय औऱ महत्वपूर्ण डेटा लीक होने की संभावना बनी रहती है। है। सरकारी विभागों के पास स्कैनर है। इसकी वजह से उन्हें मोबाइल में मौजूद ऐप का इस्तेमाल न करना पड़े।
बता दें कि कैम स्कैनर एक चीनी इमेज स्कैनिंग एप्लिकेशन है। 2020 में भारत और चीन के बीच हुए तनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने कई चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था।
भारत में चीनी ऐप्स की जांच की गई थी, जिसमें से 59 ऐप्स असुरक्षित के रूप में पाये गए थे। डेटा सुरक्षा की वजह से कैम स्कैनर ऐप का उपयोग जून 2020 से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
तीन साल पहले जब कैम स्कैनर पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, तो स्कैनिंग कंपनियों ने सिंगापुर के पते पर कार्यालय खोले, जिसके बाद सरकारी एजेंसियों ने फिर से विदेशी स्कैनिंग ऐप का उपयोग करना शुरू कर दिया।
ये दस्तावेज़ सरकारी स्तर और आम जनता दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं। एप्लिकेशन के माध्यम से डेटा लीक होने का ख़तरा बना रहता है। कैम स्कैनर को विदेशों से संचालित किया जाता है।
किसी भी ऐप को अगर सरकार के द्वारा बंद किया गया है, तो उसका इस्तेमाल दस्तावेज़ों को स्कैन करने के लिए नहीं करना चाहिए। देश की सुरक्षा को देखते हुए कार्यालय स्कैनर का उपयोग करना सबसे अच्छा है।