राजस्थान क्राइम के मामले में पहले नंबर पर बना हुआ है। यहां पर अक्सर लूट-पाट, हत्या और रेप जैसी घटनाएं सामने आती रहती है।
वहीं अब राज्यपाल कलराज मिश्र को प्रदेश के SOG के खिलाफ एक ही दिन में 15 FIR को बंद करने की शिकायत दी गई है। ऐसे में ये पुलिस के ऊपर सवालियां निशान खड़ा करता है।
करतारपुरा भगवती नगर प्रथम निवासी अशोक पाठक ने 6 दिसंबर को यह शिकायत करने के साथ बताया कि एसओजी के पास राज दरबार ग्रुप दिल्ली के खिलाफ 15 FIR की जांच विचाराधीन थी।
जिनमें राज दरबार की ओर से गिरफ्तारी से बचने के लिए विभिन्न न्यायालयों में अग्रिम जमानत याचिका प्रस्तुत की गई थी। न्यायालय की ओर से उनके खिलाफ गंभीर मामलों को देखते हुए याचिका खारिज कर दी।
इन प्रकरणों में अचानक 25 नवंबर को मतदान की तिथि पर एसओजी की ओर से क्लोजर रिपोर्ट दे दी गई।
क्लोजर रिपोर्ट के मामले में दी गई शिकायत में बताया गया है कि चार करोड़ रुपए की रिश्वत लेकर एडीजीपी अमृत कलश की ओर से यह क्लोजर रिपोर्ट दिलवाई गई है।
यह सारे प्रकरण अजमेर रोड पर स्थित 80 बीघा जमीन से जुड़े मामले है। न्यायालय से जमानत खारिज होने के बाद भी एसओजी की ओर से जांच विचाराधीन थी। जिनमें राज दरबार की ओर से गिरफ्तारी की गई थी।
क्लोजर रिपोर्ट देना कानून का गला घोटना है। सामाजिक कार्यकर्ता अशोक पाठक ने डीजीपी से इस क्लोजर रिपोर्ट से संबंधित पत्रावलियों को तलब कर जांच करवाने के लिए कहा है।
इसके साथ ही जांच पूरी होने तक क्लोजर रिपोर्ट को न्यायालय में प्रस्तुत होने से रोकने के आदेश जारी करने की मांग की है।