Lakhimpur Kheri Violence: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर से बड़ी खबर सामने आई है। मंगलवार रात को लखीमपुर खीरी हिंसा के मुख्य गवाह दिलबाग सिंह (Dilbag Singh) को मारने की कोशिश की गई। दिलबाग सिंह की कार पर 2 बदमाशों ने फायरिंग की पर वे बाल-बाल बचे।
मंगलवार की रात दिलबाग सिंह अपनी कार से दो साथियों को भदेड़ छोड़कर वापस लौट रहे थे। रास्ते में बाइक सवार 2 बदमाशों ने दिलबाग सिंह की कार पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें एक गोली उनकी कार के पहिये पर लगी, जिससे टायर पंचर हो गया। दोनों बदमाश दिलबाग को मारने के लिए उनकी कार के पास आए पर उन्होंने हॉर्न बजा दिया, जिससे गांव और आस-पास के लोग उनकी कार के पास आ गए। लोगों को देखकर दोनों बदमाश बाइक पर बैठकर फरार हो गए।
इस घटना की सूचना गोला कोतवाली समेत पुलिस के आला अधिकारियों को दी गई। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह (Dilbag Singh) तिकुनिया कांड (Lakhimpur Kheri Violence) के अहम गवाह हैं।
बता दें कि 3 अक्टूबर 2021 को अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों को मारने के लिए उन पर गाड़ी चढ़ा दी थी। इस मामले में SIT ने दावा किया था कि यह हिंसा जानबूझकर की गई थी। दिलबाग सिंह इसी मामले में अहम गवाह हैं।
घटना पर समाजवादी पार्टी ने अपने ऑफिशियल पेज पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने मंत्री के बेटे टेनी को बर्खास्त करने की बात की है। सपा का कहना है कि पहले मंत्री टेनी के बेटे ने किसानों को अपनी थार से कुचल कर मार डाला, अब उस हिंसा के मुख्य गवाह पर गोलियां चलाई जा रही है।
टेनी के मंत्री रहते मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपी मंत्री पुत्र को सजा और पीड़ित को न्याय संभव नहीं है। ऐसे में सरकार को टेनी को मंत्री पद से बर्खास्त कर देना चाहिए।