राजस्थान के जालोर जिले के सायला उपखंड क्षेत्र के सुराणा गांव में दलित छात्र की मौत का मामला अभी शांत ही नहीं हुआ था की जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ थाना क्षेत्र के डिगा गांव में मंगलवार रात को एक दलित युवक पर जानलेवा हमला इसलिए किया गया कि उसने किराना दुकान के आगे रखी मटकी से पानी पी लिया।
इतना ही नहीं आरोपियों ने जातिसूचक शब्दों से भी अपमानित करते हुए जान से मारने के उद्देश्य से हवाई फायर भी की। आरोपियों ने युवक पर लाठियों और सरियों से हमला कर दिया, जिसके कान के पीछे शरीर कई हिस्सों पर गहरी चोटें आई।
वहीं, रात में ही एंबुलेंस से उपचार के लिए मोहनगढ़ लाया गया उपचार के दौरान डॉक्टर पवार ने थाना अधिकारी भवानी सिंह को सूचना दी, इस पर हेड कांस्टेबल हरिराम मय जाब्ते मौके पर पहुंचे और घायल युवक के बयान लिया। इस संबंध में मोहनगढ़ थाने में मामला दर्ज कराया गया।
गौरतलब है की राजस्थान के जालोर में जातिगत भेदभाव और छुआछूत की इसी बुराई ने 9 साल के एक मासूम दलित बच्चे की जान ले ली थी मामला जालोर जिले के सायला उपखंड क्षेत्र के सुराणा गांव का था। जहा 9 साल के एक बच्चे ने जब स्कूल के मटके को पानी पीने के लिए छुआ, तो उसे स्कूल टीचर ने... इतना पीटा कि उसकी कान की नस फट गई। इसके बाद बच्चे को इलाज के लिए उदयपुर रेफर किया और फिर उदयपुर से अहमदाबाद भेजा गया तो इसी दौ उपचार के दौरान बच्चे की मौत हो गई थी।
पीड़ित युवक चतराराम ने बताया मंगलवार कि रात 8:00 बजे अपने मरबे से बाइक पर अपनी पत्नी के साथ डिग्गा गांव आ रहा था। इस दौरान गांव में स्थित एक किराना दुकान पर सामान लेने के लिए रुका था और सामान लेने के बाद दुकान के बाहर रखी मटकी से पानी पी लिया।
इस पर पास खड़े जितेंद्र सिंह, तने राव सिंह, विक्रम सिंह, देवी सिंह आदि ने चतर सिंह को जातिसूचक शब्दों से अपमानित करते हुए हमला कर दिया। भागने लगा तो इन सभी ने फायरिंग शुरू कर दी फिर पकड़कर सभी ने पीटना शुरू कर दिया । सरिए से वार करने पर उसके कान के पीछे गहरी चोट आई है।
पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच एससी-एसटी एक्ट सेल के जैसलमेर पुलिस उप अधीक्षक अशोक चांदना को दी गई है।