भारतीय वायुसेना के अधिकारी ने हेलीकॉप्टर हादसे में बचे एकमात्र ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का जिंदगी की जंग लड़ते हुए बुधवार को निधन हो गया। आईएएफ ने बताया कि उनकी हालत हादसे के बाद से नाजुक बनी हुई थी । वे बेंगलुरु कमांड अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। बता दें कि उनका बैंगलोर के आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा था।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह यूपी के देवरिया के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले थे। उनका इलाज बेंगलुरु के आर्मी अस्पताल में चल रहा था। वरुण ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान के बैचमेट रहे हैं। अभिनंदन वर्धमान ने ही 27 फरवरी 2019 को भारत की सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ा था।
पत्नी और बच्चों के साथ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह। (फाइल फोटो)
परिवार के साथ भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह।
अधिकारियों ने पहले कहा था कि वरुण सिंह को गुरुवार को तमिलनाडु के वेलिंगटन से बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने असाधारण साहस के प्रदर्शन के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। दरअसल अगस्त में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था, यह सम्मान उन्हें तेजस को सफलतापूर्वक बचाने में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए मिला था। तेजस एक लड़ाकू जेट है, जो पिछले साल एक संभावित दुर्घटना से एक बड़ी तकनीकी खराबी की चपेट में आ गया था।
शौर्य सम्मान हासिल करने के बाद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने ये लैटर अपने आर्मी पब्लिक स्कूल, चंडीमंदिर के प्रिंसिंपल को 18 सितंबर को लिखा था।
“पढ़ाई में आपका औसत होना एकदम ठीक है। हर कोई स्कूल में अच्छा नहीं करेगा और ना ही हर कोई 90 परसेंट स्कोर कर सकता है। यदि कोई ऐसा करता है, तो ये उसकी उपलब्धि है और इसके लिए उसकी तारीफ होनी ही चाहिए। लेकिन अगर कोई ऐसा नहीं कर पाता है, तो इसका मतलब ये कतई नहीं है कि वो जीवन में कुछ नहीं कर पाएगा।” “मुझे पूरा विश्वास है कि उस दिन जो कुछ भी मैंने किया, वो मेरे टीचर्स और इंस्ट्रक्टर्स की पढ़ाई और ट्रेनिंग का ही परिणाम था.” “कभी भी उम्मीद मत छोड़िए। कभी भी ऐसा मत सोचिए कि आप उस चीज में अच्छे नहीं हो सकते, जो आप होना चाहते हो। ये आसान नहीं होगा। खूब मेहनत करनी पड़ेगी। समय और आराम का बलिदान देना होगा। मैं औसत था, लेकिन आज मैंने अपने करियर में एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। ऐसा कभी मत सोचिए कि 12वीं बोर्ड के मार्क्स आपका भविष्य तय करेंगे। अपने आप में विश्वास रखिए और इस दिशा में काम करिए।”बेंगलुरु के कमांड अस्पताल जिंदगी की जंग लड़ रहे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में वायु सेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की सलामती के लिए मां पटेश्वरी से प्रार्थना की थी। बलरामपुर में सरयू नहर के उद्घाटन समारोह के बाद सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने देवरिया के बेटे को याद किया था और कहा था कि पूरा देश उनके परिवार के साथ खड़ा है।
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता से बात की थी, बुधवार को कुन्नूर के पास भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।
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