श्रीलंका की एक अदालत ने मगलवार को 56 भारतीय मछआरों को छोड़ने के आदेश दिए है. ये मछुआरे पिछले काफी समय से श्रीलंका में बंद हैं. उन पर आरोप था कि वे भारत की जगह श्रीलंका के समुद्री इलाक़ो में मछली पकड़ रहे थे. वहां की नौसेना ने दिसंबर महिने के बीच में दक्षिणी मन्नार के समुद्र में इन्हे मछली पकड़ते हुए हिरासत में लिया था.
कोर्ट के आदेश आने के बाद, श्रीलंका में भारत के उच्चायोग ने इस बारे में एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. भारतीय उच्चायोग लिखता है की, ''यह जानकर ख़ुशी हो रही है कि यहां की एक अदालत ने 56 भारतीय मछुआरों को रिहा करने का आदेश दिए है.''
मछुआरों को रिहा करने के मामले पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी ट्वीट कर भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले के प्रयासों की सराहना की.
विदेश मंत्री अंग्रेजी और तमिल में लिखते है की, ''मछुआरों की रिहाई में अहम योगदान देने के लिए भारतीय राजदूत गोपाल बागले और उनकी टीम के अथक प्रयासों की मैं दिल से प्रशंसा करता हूं.''
भारत और श्रीलंका दोनों देशों के अधिकारियों ने कोर्ट के इस आदेश को कंफ़र्म किया है. अधिकारियों ने यह भी बताया है कि अब श्रीलंका की क़ैद में भारत का कोई मछुआरा नहीं है.
इससे पहले, भारतीय अधिकारियों ने श्रीलंका सरकार से अपील की थी कि वो पकड़े गए मछुआरों को मानवीय आधार पर रिहा कर दें.
जहां एक तरफ भारत के 56 मछुआरों को श्रींलका कोर्ट ने छोड़ने के आदेश दिए है. आपको बता दे की इससे पहले भी श्रीलंका की नौसेना कई भारतीय मछुआरों को पकड़ चुकी है. इस साल दिसंबर में श्रीलंका की नौसेना ने भारतीय मछुआरों को निशाना बनाया था. उन पर आरोप था की नौसेना भारतीय मछुआरों की नावं को भी नष्ट कर दिया और मछली पकड़ने के जाल को नष्ट कर दिया.
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