राष्ट्रीय

दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हकीकतः छात्रा के ऊपर गिरा पंखा, छत जर्जर, लगातार टपक रहा पानी

Ravesh Gupta

दिल्ली की केजरीवाल सरकार अपने स्कूलों को लेकर दुनियाभर में वाहवाही लूटने में लगी हुई है लेकिन सरकारी स्कूल की इस खबर ने सरकार के सभी दावों की पोल खोल दी है।

दरअसल बाहरी दिल्ली के नांगलोई के गर्वनमेंट सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल में चलती क्लास में पंखा गिरने से एक छात्रा घायल हो गई है।

मामला सिर्फ पंखा गिरने का नहीं है असल में इस छत से पानी टपक रहा था और छत जर्जर हो रखी थी। स्कूल की बिल्डिंग की हालत काफी खराब थी।

केजरीवाल सरकार के बड़े बड़े दावों पर स्कूलों की जमीनी हकीकत बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।

चलती क्लास में गिरा पंखा, छात्रा घायल

बाहरी दिल्ली के नागंलोई में स्थित गर्वनमेंट गर्ल्स सीनियर स्कूल में रोज की तरह क्लास चल रही थी और छात्रा के अनुसार छत से पानी भी रोज की ही तरह टपक रहा था।

लेकिन 27 अगस्त को छत की हालत इतनी कमजोर हो चुकी थी कि वो पंखे का वजन भी नहीं झेल सकी। चलती कक्षा में पंखा छात्रा पर जा गिरा जिससे वो घायल हो गई ।

फिलहाल छात्रा नांगलोई के एक निजी अस्पताल में भर्ती है जहां उसका इलाज चल रहा है। खुद घायल छात्रा ने स्कूल की हालत पर सवाल खड़े किए हैं।

भाजपा ने केजरीवाल सरकार को घेरा

मामले को लेकर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है। तिवारी ने ट्वीट कर कहा है कि 'चलता हुआ पंखा गिरने की वजह से घायल दिल्ली की एक बेटी अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रही है। अरविंद केजरीवाल गैंग का चरित्र तो गिर ही रहा है, किसी दिन यह भी समाचार आ सकता है कि स्कूल का आधा हिस्सा ही गिर गया।' मनोज तिवारी ने दावा किया कि दिल्ली में करीब 400 ऐसे स्कूल हैं, जो कभी भी गिर सकते हैं।

ये पहला मामला नहीं, सरकारी स्कूल में 2019 में भी गिर चुका है पंखा

बता दें कि सरकारी स्कूल में ऐसी घटना होना का ये पहला मामला नहीं है। ऐसा ही एक मामला दिल्ली के त्रिलोकपुरी के राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय में 10 जुलाई 2019 को भी सामने आया था। 13 वर्षीय हर्ष के सिर पर पंखा गिर गया था। इसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गया था। हर्ष कक्षा सात का छात्र था।

दावों में केजरीवाल नंबर 1, हकीकत कुछ और

देश में दिल्ली के सरकारी स्कूल को लेकर कई दिन से सियासत गर्माई हुई है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने मुख्यपृष्ठ पर दिल्ली के सरकारी स्कूलों की तारीफ में रिपोर्ट लिखकर इस सियासत और तेज कर दिया था।

लेकिन इन जमीनी हकीकतों को देखकर समझ नहीं आता कि किस आधार पर न्यूयॉर्क टाइम्स ने दिल्ली के स्कूलों की तारीफ की थी। अब तो ऐसा लगता है कि जो विपक्षी दल उस रिपोर्ट के एड होने का दावा कर रहे थे कहीं वो सच तो नहीं है।

सत्य ये है कि दिल्ली में सरकारी स्कूल की हालत कोई खास ज्यादा अच्छी नहीं है। छत गिरना और पंखे से छात्रा का घायल होना इसका ताजा सबूत है।

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