देश में भाजपा एक बड़ी पार्टी के रुप में उभर कर सामने आई है। राज्यों में बहुल संख्या में भाजपा की सरकार है। ऐसे में अब BJP विपक्षमुक्त पथ पर चल पड़ी है।
BJP आने वाले विधानसभा चुनावों से पहले ही कांग्रेस को सियासी मैदान में जर्जर करने की तैयारियों में जुट गई है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने राज्यों के प्रभारी महासचिव और राज्य इकाई को अलग टीम बनाकर इस पर काम करने के लिए कहा है।
इस अभियान का नाम ‘ऑपरेशन लोटस पार्ट-2’ रखा गया है। इसमें गुजरात, हिमाचल, झारखंड समेत वे राज्य शामिल हैं, जहां चुनाव होने हैं।
योजना पर उन राज्यों पर भी काम किया जा रहा है, जहां हाल ही में चुनाव खत्म हुए हैं। भाजपा का मानना है कि किसी भी राज्य में कांग्रेस विधायक टूटते हैं तो संदेश देशभर में जाएगा। गोवा इसका ताजा उदाहरण है। यहां 40 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 20 और कांग्रेस के 11 विधायक हैं।
तमिलनाडु में इन दिनों सियासी खेल देखने को मिल रहा है। सोमवार को मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता व कोषाध्यक्ष पद से निष्कासित कर दिया। जिसके बाद इडापड्डी के पलानीस्वामी को अंतरिम महासचिव चुना गया। पन्नीरसेल्वम पर द्रमुक का समर्थन करने और अन्नाद्रमुक को कमजोर करने के लिए सत्तारूढ़ दल के नेताओं के साथ काम करने का आरोप है।
निष्कासन के बाद पन्रीरसेल्वम ने कहा है कि उन्हें 1.5 करोड़ कार्यकर्ताओं ने चुना था। इसलिए पलानीस्वामी को उन्हें निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है। वे इस फैसले को कोर्ट में चुनौती देंगे। पनीरसेल्वम के खिलाफ कार्रवाई के बाद समर्थकों ने पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ की। इसके बाद पार्टी मुख्यालय को सील कर दिया गया। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि पन्नीरसेल्वम भाजपा में शामिल हो सकते है।
भाजपा के गोवा प्रभारी सीटी रवि ने प्रदेश कार्यकारिणी में स्पष्ठ रुप से कहा था कि पार्टी आलाकमान जिस दिन हरी झंडी देगा, भाजपा विधायक बढ़कर 30 हो जाएंगे। उनके यह बात कहने से साफ जाहिर होता है कि भाजपा 10 कांग्रेसी विधायक तोड़ने की दिशा में अपना होम वर्क पूरा कर चुकी है।
खबर है कि संसदीय बोर्ड की बैठक में तय हुआ था कि जिन राज्यों में आने वाले समय में चुनाव हैं, वहां चुनाव से पहले ऐसा माहौल बनाया जाए कि विपक्ष मुकाबले में दूर-दूर तक कहीं दिखाई ही नहीं दे। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए पार्टी नेता गोवा, बिहार, झारखंड, हरियाणा, महाराष्ट्र सहित कर्नाटक में सक्रिय हो चुके हैं।
आने वाले दिनों में भाजपा अन्य राज्यों में ऑपरेशन कमल पार्ट-2 शुरू करने जा रही है। भाजपा गुजरात और हिमाचल में भी कांग्रेस को नए सिरे से झटका देने की तैयारी में है। इसके लिए पार्टी ने कुछ लक्ष्य रखें है जो निम्नलिखित हैं।
भाजपा का मानना है कि कांग्रेस में जमीनी राजनीति की चतुराई और चपलता जानने वाले लोगों को दरकिनार कर दिया गया है। ऐसे में पार्टी के पास उन लोगों को पार्टी में शामिल करने का अच्छा मौका है।
गोवा का मुद्दा पिछले महीने से चल रहा है, लेकिन पार्टी शुरुआत में कार्रवाई करने के बजाय अंत में डैमेज कंट्रोल करती है।
सोनिया और राहुल फिलहाल अदालती मामलों में उलझे हुए हैं। जब तक वे हस्तक्षेप करते हैं, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।
यदि कांग्रेस को राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार के लिए वोट नहीं मिला, तो भाजपा आक्रामक रूप से कांग्रेस में तोड़फोड़ करेगी।