पुलिस हिरासत में पांच दिन पहले बदमाश की दिनदहाड़े हत्या को लेकर सीसीटीव फुटेज सामने आया है। फुटेज में दो शूटर कैदी सुरेश सिंह पर फायरिंग करते दिख रहे हैं। जोधपुर शहर के सबसे व्यस्त चौराहे पर हुई इस घटना में सुरेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे शूटर्स ने कुल 5 गोलियां मारी थी। इससे पहले कि पुलिसकर्मी कुछ सोच पाते हमलावर हत्याकर भाग निकले।
पुलिस कस्टडी में बदमाश पर हमला।
शूटर सीसीटीवी मेंं बंदी के करीब आता दिखाई दे रहा है और पीठ पर फायरिंग कर रहा है। दौड़ते समय ही शूटर ने गोली चला दी। अचानक हुई फायरिंग में पुलिस भी समझ नहीं सकी कि माजरा क्या है। एक पुलिसकर्मी शूटर के पीछे भागा, लेकिन शूटर्स को पकड़ नहीं पाया।
आखिर क्या था मामला
दरअसल जोधपुर में 18 दिसंबर की शाम 4:45 बजे भाटी चौराहे पर पुलिस हिरासत में एक कैदी सुरेश सिंह की दो शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस कस्टडी में हत्या के मामले में पुलिस ने पहले ही दिन पाली के मनिहारी गांव के हिस्ट्रीशीटर जबर सिंह राजपूत को शक के आधार पर गिरफ्तार कर लिया था।
बेटों ने लिया बाप पर हमले का बदला
हिस्ट्रीशीटर जबर सिंह के बेटे प्रवीण सिंह और भरत सिंह ने अपने पिता पर हुए हमले का बदला लेने के लिए एक शूटर को काम पर रखा था। पुलिस ने बताया कि शूटर के निशाने पर सुरेश सिंह के साथ कालू पुरी नाम का व्यक्ति भी था, लेकिन कालू बाल-बाल बच निकला। पुलिस अब जबर सिंह के दोनों बेटों की तलाश कर रही है।
सुरेश सिंह ने लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी गिरोह के गुर्गों के साथ मिलकर मनिहारी गांव के हिस्ट्रीशीटर जब्बार सिंह पर हमला कराया था
इसी साल 6 जनवरी को सुरेश सिंह ने लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी गिरोह के गुर्गों के साथ मिलकर मनिहारी गांव के हिस्ट्रीशीटर जब्बार सिंह पर हमला कराया था। उस हमले में कालू पुरी और सुरेश का नाम शामिल था। उसी घटना का बदला लेने के लिए जब्बार सिंह के बेटे पर कालू पुरी और सुरेश ने हमला किया था। कालू पुरी बाल-बाल बच गया। इस मामले में पुलिस आरोपियों की गंभीरता से तलाश कर रही है।