राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने जा रहा है और इसको लेकर बराती अभी से परेशान हो गए है। इसी के साथ ही कुछ दिनों में शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा। जिसको लेकर बरातियों को अभी से चिंता सताने लगी है। चुनाव से दो दिन पहले पूरे अजमेर शहर में लगभग एक हजार से अधिक शादियां है। चुनाव की वजह से सभी गाड़ियां बुक चल रही है।
देवउठनी एकादशी को सबसे बड़े अबूझ सावे के रुप में देखा जाता है। यानि बिना मुहुर्त निकलवाये आप शादी कर सकते है। जिन घरों में इस अबूझ सावे पर शादी होनी है, उनका कहना हैं कि हमने शादी की तारीख तय होते ही गाड़ियां बुक करा दी थीं।
लेकिन अब यह डर सता रहा है कि जिन गाड़ियों की बुकिंग हमने की है अगर उसे प्रशासन ने कब्जे में ले लिया तो, हमें बारात ले जाने में परेशनियों का सामना करना पड़ेगा। चुनाव के मद्देनजर जयपुर में तीन हजार गाड़ियों का अधिग्रहण होना है। जिसमें 1500 से ज्यादा बस, कार और जीप शामिल है।
कोटा में 23 नवंबर को 1500 शादियां होने वाली है। इसके चलते 250 से अधिक बसों की बुकिंग हो चुकी है। वहीं जिन घरों में देवउठनी एकादशी के दिन शादी होने वाली है।
उन्होंने कहा कि शादी के लिए पहले से ही वाहनों की एंडवास बुकिंग करवा रखी थी अब उनका कुछ पता नहीं चल रहा है, लेकिन अब और वाहनों की बुकिंग करानी है तो वो मिल नहीं रहे है।
एक आकड़े के मुताबिक सीकर व नीमकाथाना जिले में 23 से लेकर 25 नवंबर के बीच करीब चार हजार शादियां होने वाली है। चूरू जिले में लगभग 1500 से अधिक शादियां होने वाली है।
वहीं भरतपुर में चुनाव के लगभग 600 से लेकर 700 शादियां है। बारात ले जाने के लिए लगभग 80 से 90 प्रतिशत बुकिंग हो गई है। टैक्सी संचालकों को कहना है कि चुनाव में लगभग 700 वाहनों का अधिग्रहण किया जाना है।
ऐसे में जिनके घर शादी है उनको वाहन नहीं मिल रहे है और रिश्तेदारों को शादी के कार्ड देने के साथ ही अपने वाहन लाने के लिए कहना पड़ रहा है। भरतपुर के लोग उत्तर प्रदेश में जाकर शादियों के लिए वाहन की बुकिंग करा रहे है। अब तक उदयपुर में 110 वाहन अधिग्रहित हो चुके और 2600 गाड़ियों का अधिग्रहण किया जाना बाकी है।