राजस्थान में अपराध दिनों दिन अपनी जड़े जमाता दिख रहा है। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से कोई न कोई वारदात की घटनाएं सामने निकल कर आती रही है। अपराधियों में ना तो प्रशासन और ना ही पुलिस का, किसी भी तरह का भय नजर नहीं आता है।
प्रदेश सरकार इन अपराधियों पर अकुंश लगाने में नाकाम साबित हो रही है। जबकि वर्तमान में सरकार के कार्यकाल में एक साल से भी कम का समय बाकी रहा है। अगर स्थिति यथावह बनी रही तो जनता अपराधियों के संरक्षकों को आने वाले चुनाव में मजा चखायेगी।
राजधानी जयपुर में मंगलवार यानि 7 मार्च को सुबह हथियारबंद बदमाशों ने दिनदहाडे सी-स्कीम स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक की चौमूं हाउस ब्रांच में लूट की वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने बैंक मैनेजर सहित सभी कर्मचारियों को बंधक बनाकर उनकी कनपटी पर पिस्तौल तान दी। बदमाश करीब 15 लाख रुपए की नकदी लेकर फरार हो गए।
ये ही नहीं ऐसी कई घटनाएं प्रतिदिन सामने आती रहती है। अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद है कि कोई कहीं भी फायरिंग करता है और धमकी देता है। इतना ही नहीं धमकी और मर्डर करने बाद में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जिम्मेदारी अपने माथे लेते है।
अलवर के बहरोड़ थाना क्षेत्र गांव खोहरी में मंगलवार यानि 7 मार्च देर शाम को भाजपा कार्यकर्ता संजय यादव उर्फ मुन्ना के दोस्तों ने गोली मार कर उसकी हत्या कर दी। जिन्होंने संजय पर दनादन गोलियां दाग कर उसे मौत का घाट उतार दिया।वारदात के बाद ग्रामीण और परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे तो चिकित्सकों ने संजय को मृत घोषित कर दिया था।
मृतक संजय यादव उर्फ मुन्ना खोहरी ने पंचायत राज चुनाव में वार्ड नंबर चार से जिला पार्षद का निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था।