Sachin Pilot Fast: पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के शासनकाल के कथित घोटाले की जांच नहीं होने से खफा राजस्थान कांग्रेस के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने आज मंगलवार को जयपुर में शहीद स्मारक पर अनशन किया। पायलट का अनशन सुबह 11 से शाम 4 बजे तक करीब 5 घंटे चला। उसके बाद उन्होंने अनशन समाप्त कर दिया। अलग–अलग धर्मों के प्रतिनिधियों ने पायलट का अनशन तुड़वाया।
अनशन के बाद सचिन पायलट बोले- सीएम को दो बार मेरे पत्र लिखने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। विपक्ष में रहते हुए हमने पिछली वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार और घोटालों के खिलाफ आंदोलन किया था। 4 साल में कार्रवाई की उम्मीद थी, लेकिन नहीं हुई। लेकिन अब मैं उम्मीद करता हूं, कार्रवाई होगी। पायलट बोले-कर्नाटक में बीजेपी की 40 प्रतिशत की सरकार है। जनता उन्हें चुनाव में बाहर कर देगी।
अनशन समाप्त होने के बाद पायलट ने अपनी मांगों पर कार्रवाई का भरोसा जताते हुए एक तरह से कांग्रेस नेतृत्व को उलझने बढ़ा दी हैं। यह पायलट की रणनीति का एक हिस्सा हो सकता है। यदि पार्टी नेतृत्व सीएम गहलोत पर सचिन की मांग मानने का दबाव बनाता है तो यह एक तरह से पायलट की जीत होगी और यदि मांग नहीं मानकर पार्टी अनुशासन तोड़ने के आरोप में पायलट पर कार्रवाई होती है तो यह कदम भी कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित होगा?
कांग्रेस को सचिन पायलट पर कार्रवाई बहुत मंहगी पड़ेगी। क्योंकि विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में पायलट खेमे को नाराज करने का मतलब है राजस्थान में कांग्रेस को कमजोर करना। साथ ही कार्रवाई होने पर पायलट नया दल बनाकर या दूसरी पार्टी ज्वाइन कर कांग्रेस को ऐसे मुसीबत में डाल सकते हैं, जिसका परिणाम सीधे-सीधे कांग्रेस की हार होगा।
ऐसे में एक तरह से सच्रिन पायलट ने कांग्रेस को गुगली में फंसा दिया है, जो पार्टी के लिए 'न खाए बने, न उगलते' वाली कहावत चरितार्थ करती है। अब देखना यह है कि पार्टी नेतृत्व इस मुसीबत से कैसे पार पाता है। पायलट अभी वेट एंड वॉच का खेल खेल रहे हैं।
शहीद स्मारक पर सचिन पायलट के अनशन में समर्थकों की भारी भीड़ डटी हुई है। समर्थक सचिन पायलट के समर्थन में लगातार नारेबजी करने में लगे हुए हैं 'तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं'। साथ ही कई कांग्रेसी लीडर भी अनशन में शामिल हुए। इनमें अभिमन्यू पूनिया, प्रमुख पूर्व सांसद और विधायक पहुंचे, सुचित्रा आर्य, विद्याधर चौधरी, शंकर लाल मीणा, केसी विश्नोई, समरजीत जीत भाटी, मनीष यादव, गोपाल सिंह इडवा, शोभा सोलंकी, महेश शर्मा, प्रशांत शर्मा, किशोर शर्मा आदि के नाम प्रमुख हैं।
वसुंधरा राजे के खिलाफ अनशन पार्टी विरोधी कैसे हो गया। अडानी के खिलाफ जब पूरी पार्टी एकजुट होकर लड़ रही है तो वसुंधरा राजे के घोटाले के विरोध में होने वाला अनशन पार्टी विरोधी कैसे हो गया। आचार्य प्रमोद ने लिखा कि किसी भी पोस्टर या बैनर में पार्टी विरोधी कुछ भी नहीं लिखा गया है।
सचिन पायलट के अनशन पर पवन खेड़ा ने बयान जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश इस विषय पर जल्दी ही एक बयान जारी करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि सचिन पायलट का अनशन इसलिए वसुंधरा राजे पर है क्योंकि उनको पता है कि अगर वो सरकार के ऊपर आरोप लगाएंगे तो उनके ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।