गुजरात

Gujarat News: काले जादू के चक्कर में पिता ने बेटी को ही मार डाला; 7 दिनों तक दी यातनाएं

गुजरात में तांत्रिक विद्या की साधना करते हुए एक पिता ने अपनी बेटी की बलि चढ़ा दी। उसे शक था कि उसकी 14 साल की बेटी के शरीर में भूत रहता है। उसे भगाने के लिए उसने 1 से 7 अक्टूबर तक अनुष्ठान किया। इस दौरान बच्ची को इतना प्रताणित किया कि 7वें दिन उसकी मौत हो गई।

Om Prakash Napit

केरल में धन संपत्ति पाने के लालच में एक दंपत्ति ने दो महिलाओं की बलि चढ़ा दी। अभी यह मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि गुजरात से भी अंधविश्वास के चक्कर में एक मासूम की हत्या करने की खबर आ गई। यहां का मामला इसलिए भी चौंकाने वाला है क्योंकि यह हत्या किसी और नहीं, बल्कि खुद बच्ची के पिता ने की है।

मामला गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में धावा गांव का है। यहां तांत्रिक विद्या की साधना करते हुए एक पिता ने अपनी बेटी की बलि चढ़ा दी। उसे शक था कि उसकी 14 साल की बेटी के शरीर में भूत रहता है। उसे भगाने के लिए उसने एक अक्टूबर से सात अक्टूबर तक अनुष्ठान किया।

यह अनुष्ठान नहीं, बल्कि मासूम के साथ हैवानियत की हद को पार करने वाली प्रताणना थी। बच्ची को डंडे और तारों से पीटा गया। भूखा-प्यासा रखा गया। सातवें दिन बच्ची ने दम तोड़ दिया। इसके बाद बच्ची के शव को कंबल और प्लास्टिक में लपेटकर श्मशान में जला दिया, ताकि किसी को वारदात का पता नहीं चले।

सूचना पर पहुंची पुलिस

सूरत से 6 महीने पहले गांव आया भावेश अकबरी पूरे गांव से उखड़ा-उखड़ा रहता था। कुछ दिन पहले किसी ने पुलिस को फोन पर सूचना दी कि भावेश ने बेटी धैर्या की काला जादू और तंत्र-मंत्र करते हुए हत्या कर दी है। वारदात की गंभीरता को मद्देनजर रखते हुए गिर सोमनाथ पुलिस की टीम धावा गांव पहुंची।

पुलिस की प्राथमिक तफ्तीश में पता चला कि काला जादू करके पहले बच्ची को जमीन में गाड़ा गया। इसके बाद में उसे बाहर निकाल कर जला दिया गया था। बच्ची के पिता हैवान बनने के पीछे क्या कारण है, इसका पता लगाने के लिए पुलिस ने पूरे परिवार से पूछताछ की।

पिता को शक था बेटी पर है भूत का साया

गिर सोमनाथ जिला के पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह जाडेजा ने बताया, “भावेश अकबरी को शक था कि उसकी 14 साल की बेटी के शरीर में भूत है। लगातार 7 दिन तक प्रताड़ित करके उसने बेटी की हत्या कर दी। उसने अपने भाई दिलीप अकबरी के साथ एक अक्टूबर की दोपहर तीन बजे से लेकर सात अक्टूबर तक भूत भगाने के तांत्रिक अनुष्ठान किए।”

उन्होंने आगे बताया कि “चकलीधर के खेत पर धैर्या को लेकर दोनों पहुंचे थे। वहां धैर्या के पुराने कपड़े जला दिए और उसे दो घंटे तक आग के पास खड़ा रखा। फिर गन्ने की फसल में बच्ची को डंडे और तार से पीटा। उसके बालों में एक डंडा बांध दिया और उसे भूखा-प्यासा रखा गया। बच्ची ने प्रताड़ना के कारण आखिरकार दम तोड़ दिया।”

एसपी ने कहा कि वारदात के बारे में किसी को पता न चले, इसके लिए धैर्या के शव को प्लास्टिक और कंबल में लपेट दिया। आरोपियों ने सबूत नष्ट करने के लिए शव को कार में रखकर श्मशान ले गए और वहां जला दिया।

Diabetes से हो सकता है अंधापन, इस बात का रखें ख्याल

बीफ या एनिमल फैट का करते है सेवन, तो सकती है यह गंभीर बीमारियां

Jammu & Kashmir Assembly Elections 2024: कश्मीर में संपन्न हुआ मतदान, 59 प्रतिशत पड़े वोट

Vastu के अनुसार लगाएं शीशा, चमक जाएगी किस्मत

Tiger Parks: भारत के 8 फेमस पार्क,जहां आप कर सकते है टाइगर का दीदार