रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का आज 41वां दिन है। पिछले 40 दिनों से रूस यूक्रेन पर लगातार हमले कर रहा है। रूस ने अब यूक्रेन के डोनाबास में अपनी सेना तैनात कर ली है। इससे पहले रूस ने बूचा शहर में जो नरसंहार किया उसकी तस्वीरों ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है।
रूसी सैनिकों के मुताबिक़ इस हमले में 410 लोगों की मौत हुई। इस हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने राष्ट्रीय सम्बोधन में पश्चिमी देशों से सही समय पर सैन्य सहायता नहीं मिलने पर नाराज़गी जताई। जेलेंस्की आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करेंगे।
बूचा पर हुए हमले से निराश जेलेंस्की ने देर रात राष्ट्रीय सम्बोधन में रूसी सैनिकों और अधिकारियों को सम्बोधित किया। वही पश्चिमी देशों से नाराज़गी जताते हुए कहा कि अगर हमें सही समय पर सैन्य सहायता मिल जाती तो हज़ारों लोगों की जान बच जाती।
उन्होंने पश्चिमी नेताओ द्वारा रूस के खिलाफ कार्रवाई में देरी करने के लिए आलोचना की। उन्होंने कहा, "मैं लोकतांत्रिक दुनिया के नेताओं की प्रतिक्रिया को भी ध्यान में रखना चाहूंगा, जो उन्होंने बूचा में देखा।
इसके बाद रूस के नागरिकों के नरसंहार के लिए प्रतिबंधों की प्रतिक्रिया अंततः शक्तिशाली होनी चाहिए। "उन्होंने कहा कि कुछ यूरोपीय नेताओं को यह समझाने के लिए कि रूस सबसे गंभीर प्रतिबंधों का हकदार है, हमारे सैकड़ों लोगों को यातना झेलते हुए मरना पड़ा, क्या यह जरूरी था?”
मोतिझिन शहर के मेयर का परिवार सहित शव बरामद
बूचा शहर के बाद अब पश्चिम कीव के एक शहर मोतिझिन में मेयर, उनके पति और बेटे का शव बरामद हुआ है। मेयर के परिवार के अलावा पांच शव और मिले हैं। सारे शव के हाथ पीछे बंधे हुए मिले।
पुलिस के अनुसार यह शव मोतिझिन में मेयर के घर की सीमा से लगे देवदार के जंगलों में मिले, जिनमें चार शव जमीन में आधा दफ़नायें हुए मिले तो एक शव कुएं में मिला है। यूक्रेन के सुमी में भी आम नागरिकों के शव मिले हैं। यहां के गवर्नर के अनुसार इन नागरिकों को मारने से पहले प्रताड़ित किया गया था।