राजस्थान के कोटा संभाग के बूंदी जिले में एक और मासूम बच्ची की दिल दहला देने वाली अपराधिक कहानी सामने आई है। यहां 12 साल की एक मासूम बच्ची से पांच लोग पिछले एक साल से देह शोषण करने में लगे हुए थे। इन आरोपियों की उम्र 30 से 40 साल के बीच है। पीड़िता के पिता की मौत हो चुकी है। मां मजदूरी करती है। उसके भाई भी छोटे हैं। पुलिस ने अब बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट पर आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और आईपीसी की अन्य गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं लग सका है।
पुलिस के मुताबिक यह मामला बूंदी जिले के लखेरी थाना क्षेत्र का है। वहां उसके आसपास रहने वाले 30 से 40 वर्ष की उम्र के पांच लोग 12 साल की मासूम बच्ची के साथ पिछले एक साल से दुराचार कर रहे थे। बाद में जब अन्य स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने इसकी जानकारी चाइल्ड लाइन नंबर 1098 पर 6 नवंबर को दी।
बाद में 10 नवंबर को पीड़िता को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। वहां बाल कल्याण समिति की ओर से पीड़िता की काउंसिलिंग की गई। इस दौरान युवती ने 5 लोगों द्वारा उसके साथ दुष्कर्म करने की बात कही। बच्ची की कहानी सुनकर काउंसिलिंग करने वाली टीम के पैरों तले से जमीन खिसक गई और वह सन्न रह गई। बाल कल्याण समिति ने अब पीड़िता को बालिकाओं के लिए बने खुले आश्रय गृह में भेज दिया है।
बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने पीड़ित बच्ची के परिजनों से भी बातचीत की। इस दौरान बात सामने आई कि वे कार्रवाई तो चाहते हैं लेकिन आरोपियों के डर के कारण रिपोर्ट दर्ज कराने से कतरा रहे हैं। इस पर बाल कल्याण समिति ने आगे आकर बच्ची की ओर से आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया। समिति की रिपोर्ट पर लखेरी थाना पुलिस ने 17 नवंबर को पांच नामजद आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
लखेरी थानाधिकारी महेश कुमार ने बताया कि बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पोद्दार की रिपोर्ट पर आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पीड़िता के 164 के बयान केशवरायपाटन कोर्ट में करवाकर मामले की जांच की जा रही है। पुलिस मामले की जांच में गंभीरता से जुटी है। आरोपियों की तलाश के लिए उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। लेकिन फिलहाल उनका कोई पता नहीं चला है।