News: उत्तराखंड के हल्द्वानी में बनभूलपुरा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान मुस्लिम भीड़ द्वारा की गई पत्थरबाजी, हिंसा और आगजनी को लेकर पुलिस अब एक्शन मोड में है।
पुलिस पर लाठी, पत्थर और पेट्रोल बम चलाने वालों की धर-पकड़ हो रही है। नैनीताल पुलिस फरार आरोपितों के पोस्टर शहर में लगवा रही है। इस बीच पांच अन्य दंगाइयों को गिरफ्तार भी किया गया है।
नैनीताल पुलिस ने हल्द्वानी हिंसा के मुख्य आरोपित अब्दुल मलिक समेत 9 अन्य लोगों के पोस्टर शहर के अलग-अलग जगहों पर लगवाए हैं।
इसमें कहा गया है कि आरोपितों के कहीं भी दिखने पर पुलिस को सूचित की जाए। इसमें पुलिस ने नंबर भी हैं।
पुलिस को मलिक के अलावा तस्लीम, वसीम उर्फ़ हप्पा, अयाज अहमद, रईस, अब्दुल मोईद, शकील अंसारी, मौकिन सैफी और जिया उल रहमान की तलाश है।
हल्द्वानी दंगा के मामले में पुलिस अब तक 42 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। नैनीताल पुलिस ने बताया है कि उसने बृहस्पतिवार (15 फरवरी 2024) को पाँच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
जिन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, उनके नाम हैं- मोहम्मद इस्तकार उर्फ जब्बा, शरीफ उर्फ पाचा, आदी खान, मोहम्मद आसिफ और हुकुम रजा। इनमें से अधिकांश बनभूलपुरा के ही निवासी हैं।
जो दंगाई फरार हैं, उनकी पहचान के लिए पुलिस सबूत जुटा रही है। पुलिस दंगों के CCTV फुटेज के साथ-साथ मोबाइल अथवा मीडिया द्वारा दिखाए गए वीडियो एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर इन दंगाइयों की पहचान और फिर उनकी गिरफ्तारी कर रही है। इसके लिए पुलिस की विशेष टीमें लगाई गई हैं।
गौरतलब है कि 8 फरवरी 2024 को हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अतिक्रमण हटाने गई पुलिस और नगर निगम की टीम पर कट्टरपंथी मुस्लिमों की दंगाई भीड़ ने हमला कर दिया था। इस दंगे में 6 लोगों की जान चली गई थी।
दंगाइयों ने पुलिस को घेर कर उन पर हमला कर दिया था। इस हमले में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
घटना के दौरान दंगाइयों ने बनभूलपुरा में जमकर उत्पात मचाया था। उन्होंने कई गाड़ियों को आग लगा दी थी। इतना ही नहीं, मुस्लिम दंगाइयों ने हिन्दू पत्रकारों को भी निशाना बनाया था।