AAP News: दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव के बीच आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। जेल में मसाज और वीवीआईपी ट्रीटमेंट पर बवाल अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि इसी बीच फिर दो बड़े मामलों ने आम आदमी पार्टी को सांसत में डाल दिया है। कल AAP नेता संदीप भारद्वाज ने खुदकुशी कर ली और आज (शुक्रवार) को दिल्ली के स्कूलों में बड़ा घोटाला सामने आ गया।
दोनों की मामलों पर अब बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को फिर से कटघरे में खड़ा कर दिया है। पहले से कई आरोप झेल रही आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया इनका जवाब तो दे रहे हैं, लेकिन गोलमोल जवाब देकर बचने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं।
दरअसल, दिल्ली में 'आप' के नेता सचिव संदीप भारद्वाज ने कल गुरुवार को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इसको लेकर बीजेपी ने आरोप लगाया है कि संदीप एमसीडी इलेक्शन में टिकट के दावेदार थे और उनसे टिकट के नाम पर मोटा पैसा लिया गया था, लेकिन टिकट किसी और को दे दिया गया। बीजेपी ने कहा कि इस बात से ही हताश होकर संदीप ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
इस मामले पर भाजपा नेता और सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि मेरे हिसाब से यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। उन्होंने कहा कि वह टिकट के दावेदार थे लेकिन जिस तरह के सबूत सामने आ रहे यह किसी भी तरह से खुदकुशी नहीं लग रही। भाजपा सांसद ने आगे कहा कि जिस सीट से (चुनाव) लड़ने वाले थे, उस टिकट को बेच दिया गया। उन्होंने कहा कि आत्महत्या के लिए मजबूर करना भी हत्या के समान होता है। गौरतलब है कि संदीप राजौरी गार्डेन के रहने वाले थे और भारद्वाज मार्बल्स के मालिक थे।
बता दें कि आम आदमी पार्टी के ट्रेड विंग के प्रदेश सचिव संदीप भारद्वाज (55) ने गुरुवार (24 नवंबर, 2022) को घर में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। संदीप ने बीते दो दिन से घर से बाहर नहीं निकल रहे थे। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शुरुआती जांच में खुदकुशी के कारणों का पता नहीं लगा। पुलिस अधिकारी के अनुसार संदीप दिल्ली नगर निगम चुनावों के लिए टिकट मांगा था, मगर नहीं मिला था। कीर्ति नगर पुलिस ने परिजनों के बयान लिए हैं।
इस बीच दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का बयान भी सामने आया है। उन्होंने इस घटना दुखद बताते हुए कहा कि वह मेरे भी करीबी थे और ट्रेड यूनियन में उनकी अहम भूमिका थी। उन्होंने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि कहा इस घटना को तरह से इसे टिकट से नहीं जोड़ सकते, यह गलत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक तरह से मनोज तिवारी ने अरविंद केजरीवाल को धमकी दी है जिससे साफ होता है कि भाजपा अरविंद केजरीवाल की हत्या करने की साजिश कर रही है। सिसोदिया ने कहा कि हम इसकी शिकायत चुनाव आयोग में करेंगे और मामले में FIR कराएंगे साथ ही मनोज तिवारी की गिरफ़्तारी की मांग करेंगे।
आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही हैं। जेल में मसाज और वीवीआईपी ट्रीटमेंट पर बवाल अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि इसी बीच दिल्ली के स्कूलों में बड़ा घोटाला सामने आया है। सत्येंद्र जैन के बाद अब दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। विजिलेंस जांच में 1300 करोड़ के घोटाले का खुलासा हुआ है। दावा किया गया है कि 2400 क्लासरूम के कंस्ट्रक्शन में पैसों की हेराफेरी की गई। विजिलेंस निदेशालय ने इस स्कैम की जांच की सिफारिश कर दी है।
शिक्षा विभाग और PWD के अधिकारियों के खिलाफ जांच की सिफारिश की गई है। जांच में खुलासा हुआ है कि 5 स्कूलों में बिना टेंडर के 42 करोड़ के काम करा दिए गए। स्कूलों में 116 टॉयलेट ब्लॉक की जरूरत थी, लेकिन 1214 टॉयलेट ब्लॉक बना दिए गए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय ने जांच की सिफारिश करते हुए एक रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंपी है।
केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) ने 17 फरवरी, 2020 की एक रिपोर्ट में लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा दिल्ली सरकार के स्कूलों में 2,400 से ज्यादा क्लासरूम के निर्माण में "गंभीर अनियमितताओं" को हाईलाइट किया। विजिलेंस आयोग ने फरवरी 2020 में मामले पर अपनी टिप्पणी मांगने के लिए दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय को रिपोर्ट भेजी थी।
एक सूत्र ने कहा, "निदेशालय हालांकि ढाई साल तक रिपोर्ट को दबाए बैठा रहा, जब तक कि एलजी वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव से इस साल अगस्त में इसकी देरी की जांच करने और रिपोर्ट जमा करने के लिए नहीं कहा।" उन्होंने कहा कि सतर्कता निदेशालय ने शिक्षा विभाग और पीडब्ल्यूडी के संबंधित अधिकारियों की "जिम्मेदारियां तय करने" की भी सिफारिश की है, जो लगभग 1,300 करोड़ रुपये के "घोटाले" में शामिल थे।
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार पर भ्रष्टाचार का एक और नया आरोप लगाने के साथ बताया कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में क्लास रूम बनाने के काम को करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया को नियमों को ध्यान में रखते हुए पूरा नहीं किया गया। जिसका सच अब केजरीवाल सरकार के विजलेंस डिपार्टमेंट के डायरेक्टर के एक पत्र से हुआ है। बब्बर एंड बब्बर एसोसिएट नाम की कंपनी को निजी तौर पर फायदा पहुंचाया गया 1300 करोड़ रुपये घोटाला हुआ है।