Ram Mandir Ayodhya Live: राम मंदिर और प्रतिमा पर नेताओं के उठाए सवालों पर रामभद्राचार्य बोले- विनाशकाले विपरीत बुद्धि
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Ram Mandir Ayodhya Live: PM के सामने खोली जाएगी रामलला की आंखों से पट्टी, सोने की सलाई से काजल लगाकर दिखाएंगे शीशा
Ram Mandir: रामलला 20 जनवरी को वास्तु शांति के बाद सिंहासन पर विराजेंगे। इससे पहले सुबह शर्कराधिवास, फलाधिवास और शाम को पुष्पाधिवास में विराजेंगे। पाकिस्तान से हिंगलाज शक्तिपीठ का जल अयोध्या पहुंचेगा।
Rajesh Singhal
प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले आगरा में निकाली गई भव्य शोभा यात्रा
रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले आगरा में श्री रामलीला कमेटी की ओर से बैंड के साथ भगवान राम की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। देश के अलग-अलग जगहों पर महिलाएं शोभायात्रा निकालती नजर आ रही हैं।
मिथिला से सोने का मुकुट, धनुष और चरण पादुका अयोध्या पहुंचा
बिहार के दरभंगा के पूर्व शाही परिवार के सदस्य राम मंदिर के लिए सोने का मुकुट, धनुष और चरण पादुका लेकर अयोध्या आए. पूर्व राजपरिवार के सदस्य कपिलेश्वर सिंह ने कहा, "भगवान राम का ससुराल मिथिला है. हम मिथिला से स्वर्ण मुकुट, धनुष और चरण पादुका लाए हैं."
22 जनवरी को सुबह 10.30 बजे आएंगे मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब 22 जनवरी यानी प्राण प्रतिष्ठा के दिन ही अयोध्या आएंगे। वह 4 घंटे रामनगरी में रुकेंगे। सुबह 10.30 बजे विमान से अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरेंगे। 11 बजे राम मंदिर पहुंच जाएंगे। यहां 3 घंटे रुकेंगे। प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से पहले PM राम मंदिर परिसर में लगी जटायु की प्रतिमा का इनॉगरेशन करके पूजा करेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 12.20 से 1 बजे तक होगा। PM के सामने रामलला की आंखों से पट्टी खोली जाएगी। वे रामलला को सोने की सलाई से काजल लगाकर उनको शीशा दिखाएंगे। इसके बाद मोदी, मोहन भागवत और ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास अपने विचार रखेंगे। इसके बाद दोपहर 3.30 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
सील हुई रामनगरी, बिना पास नहीं मिलेगा प्रवेश
प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर रामनगरी का सुरक्षा घेरा सख्त किया गया है। शनिवार की रात से ही जिले समेत अयोध्या धाम की सीमाएं सील कर दी गई हैं। अयोध्या धाम को जाने वाले मार्गों उदया चौराहा, साकेत पेट्रोल पंप, रानोपाली, टेढ़ी बाजार, मोहबरा, बूथ नंबर चार, बालूघाट, नयाघाट, रेलवे स्टेशन आदि पर सुरक्षा व्यवस्था चुस्त रहेगी। यहां सिविल पुलिस के अलावा अर्ध सैनिक बलों के जवान भी तैनात किए गए हैं। किसी को भी यहां से वाहन लेकर अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।
चांदी की चरण पादुका लेकर अयोध्या राम मंदिर पहुंचे पूर्व शाही परिवार
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के पूर्व शाही परिवार के सदस्य चांदी की चरण पादुका लेकर अयोध्या राम मंदिर पहुंचे। रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश से कई तरह का सामान अयोध्या लाए जा रहे हैं।
राम भजन पर बच्चों का डांस महाराष्ट्र के नागपुर में स्कूली छात्रों को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले श्री राम भजन पर डांस करते हुए देखा गया है। प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को होने वाला है।
अभिनेता मनोज जोशी बोले- 'मैं आभारी हूं कि प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ देख सकूंगा'
अभिनेता मनोज जोशी ने कहा, "जिस मंदिर की कल्पना कई पीढ़ियों ने की थी, वह 22 जनवरी को उसमें रामलला का प्राण प्रतिष्ठा किया जाएगा. यह हम सभी के लिए एक भावनात्मक क्षण है. मैं आभारी हूं कि प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ देख सकूंगा और इसकी स्मृति लेकर वापस जा सकूंगा।
रविशंकर प्रसाद बोले- सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच का फैसला ऐतिहासिक था
बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राम मंदिर कार्यक्रम को लेकर कहा कि 500 साल बाद भगवान राम अपनी संपूर्ण दिव्यता के साथ अयोध्या आ रहे हैं. उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच का यह ऐतिहासिक फैसला था. मुस्लिम पक्ष ने ऐसा कोई सबूत नहीं दिया जिससे साबित हो सके कि निर्माण के 300 साल बाद तक बाबरी मस्जिद पर उनका ही कब्जा था।
गुजरात: राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह से पहले सूरत के कतारगाम में भगवान राम की 11,111 वर्ग फुट की रंगोली बनाई जा रही है।
अयोध्या: राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले पुलिस ने 'गरुड़ ड्रोन' का टेस्ट किया।
अयोध्या: राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले वास्तु पूजा की गई।
7 प्रमुख नदियों में से 3 का जल लाया हूं- मंजूनाथ शर्मा शैव शारदा कमेटी के सदस्य मंजूनाथ शर्मा ने बताया- भारत में 7 नदियों का महत्व है। इसका वर्णन पुराणों में भी मिलता है। गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति। नर्मदे सिंधु कावेरी जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु। वर्तमान में पांच नदियां भारत में है। मैं तीन नदियों सरस्वती, सिंधु, कावेरी का जल लेकर अयोध्या आया हूं। सरस्वती, सिंधु आज पाक के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में बहती हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा जैसा ऐतिहासिक कार्यक्रम एक हजार सालों में हो रहा है। शैव शारदा कमेटी को इस सेवा का मौका मिला। इसके फाउंडर दिल्ली के रहने वाले कश्मीरी पंडिता रवींद्र पंडिता ने PoK में रहने वाले सिविल सोसाइटी से संपर्क किया। इस सोसाइटी में मुस्लिम हैं। इन लोगों ने जल भेजा। ये जल सीधे भारत नहीं आ सकता। पाकिस्तान हमारा दुश्मन देश से है। लिहाजा कई देशों से होकर मुंबई आया। मुंबई से रवींद्र पंडिता को गया। मैं और रवींद्र जल लेकर शृंगेरी महाराज के पास गए थे। उनके आशीर्वाद से अयोध्या पहुंचे।
रामलला के पूजन के लिए दुनिया के कई देशों का जल आया
प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर बिहार से अयोध्या धाम के लिए लेटकर यात्रा कर रहे श्रद्धालु दम्पति कामेश्वर मिश्र और उनकी पत्नी अवन्तिका मिश्र। 300 किलोमीटर से अधिक की यात्रा कर चुके श्रद्धालु दम्पति की दांडी यात्रा आज कुशीनगर जिले से होकर गुजर रही है ।
अयोध्या: राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पर अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा, "अयोध्या धाम के दर्शन जिन्हें होते हैं वो बहुत ज्यादा पुण्य कमाते हैं... हमारा सौभाग्य है कि हमें ईश्वर ने सद्बुद्धि दी है कि हम आएं और उनके दर्शन करें तो कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें दुर्बुद्धि दी है कि वो उनके दरबार में ना आएं और उन्हें ईश्वर के दर्शन ना मिलें।"
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले हेमू कालानी स्टेडियम में लगभग 11,000 भक्तों के साथ हनुमान चालीसा के पाठ कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
रामलला की स्वर्ण चरण पादुका काशी से अयोध्या रवाना
अयोध्या के श्रीराम मंदिर में प्रतिष्ठित करने के लिए काशी में तैयार की गई भगवान श्रीराम की स्वर्ण चरण पादुका शनिवार को अयोध्या ले जाई गई। स्वर्ण चरण पादुका लेकर काशी से प्रस्थान करने से पूर्व अन्नपूर्णा मंदिर के महंत गोस्वामी शंकर पुरी महाराज ने दोनों हाथों में स्वर्ण चरण पादुका उठाई और उसे हृदय से लगाकर देवी अन्नपूर्णा के गर्भगृह की पांच परिक्रमा की।
इससे पूर्व उन्होंने गर्भगृह में लाल रंग की चुनरी पर स्वर्ण चरण पादुका को रख कर मां अन्नपूर्णा से अयोध्या प्रस्थान करने की आज्ञा मांगी। पांच वैदिक ब्राह्मणों ने स्वर्ण चरण पादुका का पूजन विधि विधान से पूजन कराया। इसके बाद पादुका को हाथों में लेकर महंत शंकर पुरी मंदिर से बाहर निकले। द्वार पर प्रतीक्षा में खड़े भक्तों ने जय श्रीराम के घोष के साथ उनका स्वागत किया। हाथों में केसरिया पताका लिए खड़े भक्तों में शीशी के शोकेस में रखी स्वर्ण चरण पादुका को प्रणाम करने की होड़ सी मच गई।
अयोध्या: 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले सुरक्षा के मद्देनजर लता मंगेशकर चौक पर यूपी आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) के कमांडो को तैनात किया गया है
अयोध्या में राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह से पहले मंदिर को फूलों से सजाया जा रहा है।
जर्मनी से श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे
22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले जर्मनी से श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। इस्कॉन के राष्ट्रीय प्रचारक, युधिष्ठिर गोविंद दास ने कहा, 'यह एक ऐतिहासिक क्षण है। दुनिया भर के हिंदू भक्त 500 वर्षों से इसका इंतजार कर रहे थे। अयोध्या का पूरी तरह से पुनर्निर्माण किया गया है। इस्कॉन भी 22 जनवरी को दुनिया भर में अपने मंदिरों में एक कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। हम उस दिन राम कथा और भंडारा का आयोजन करेंगे।'
उत्तर प्रदेश: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर अयोध्या जोन के आईजी प्रवीण कुमार ने बताया, "हम सभी तैयारियां कर रहे हैं...रिहर्सल भी की जा रही है। सभी एजेंसियों के साथ समन्वय बना रहे हैं...ड्रोन के माध्यम से भी निगरानी रखी जा रही है...मेहमानों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं...हमने सभी लोगों से अपील की है कि 23 जनवरी के बाद दर्शन करने के लिए आए..."
'मुझे वही महसूस हो रहा है जो वशिष्ठ जी को महसूस हुआ था'
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा, 'मुझे वही महसूस हो रहा है जो वशिष्ठ जी को महसूस हुआ था जब राम जी 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे।' जगद्गुरु राम लला के 'मुखमंडल' के बारे में बोलते समय एक भक्ति गीत भी गाते हैं और इसका शब्दों में वर्णन करते हैं। अयोध्या राम मंदिर के प्राणप्रतिष्ठा समारोह को लेकर चल रहे राजनीतिक विवाद पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा, "विनाश काले विपरीत बुद्धि, उन्हें कोई ज्ञान नहीं है।'
21 व 22 को अयोध्या नहीं जाएगी वंदेभारत
बाराबंकी-अयोध्या कैंट-शाहगंज-जफराबाद रेल खंड पर दोहरीकरण कार्य के चलते रेलवे प्रशासन ने 21 व 22 जनवरी को वंदेभारत एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों का रूट बदल दिया है। वंदेभारत एक्सप्रेस दो दिन अयोध्या नहीं जाएगी, इसे गोंडा-बाराबंकी के रास्ते चलाया जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के मुताबिक, गोरखपुर जंक्शन से 21 एवं 22 जनवरी को चलने वाली 22549 और 22550 गोरखपुर जं.-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर जंक्शन-गोंडा-बाराबंकी के रास्ते चलाई जाएगी।
इसके अलावा प्रयागराज संगम से 20 एवं 22 जनवरी को चलने वाली 14231 प्रयागराज संगम-बस्ती एक्सप्रेस मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ जं. स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी। प्रयागराज संगम से 19, 20, 21 एवं 22 जनवरी को चलने वाली 14233 प्रयागराज संगम-मनकापुर एक्सप्रेस सुल्तानपुर स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।
अयोध्या, उत्तर प्रदेश: 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले NDRF ने श्री राम जन्मभूमि के पास शिविर लगाया।
चंपत राय के आवास के बाहर एसएसबी जवान तैनात
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के आवास के बाहर एसएसबी जवान तैनात।
भद्रक, ओडिशा: श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर बासुदेवपुर में बड़े आकार की मिट्टी का दीपक जलाया जाएगा। दीपक बनाने का काम जारी है
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के यजमान अनिल मिश्र ने कहा- देश-विदेश से आने वाली भेंट प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित हो रही है। जाति, भाषा, धर्म, समाज से ऊपर उठकर प्रभु श्रीराम के चरणों में लोगों का समर्पण दिख रहा है। चाहे फिर वो नेपाल से आने वाली भेंट हो, कश्मीर की केसर या तमिलनाडु की भेंट हो, लोगों का ऐसा भाव स्वागत योग्य है। प्रभु श्रीराम के चरणों में ये सारी चीजें में मैं पहुंचाऊंगा।
द्वार पर सजी श्रीराम की बचपन की तस्वीरें
श्री राम की बचपन की तस्वीरें उस द्वार पर सजी हैं जहां से आमंत्रित लोग 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए श्री राम मंदिर में प्रवेश करेंगे।
उत्तर प्रदेश: अयोध्या में लता चौक पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले रेत कलाकार ने भगवान राम, भगवान हनुमान, पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की रेत कलाकृति बनाई।
उत्तर प्रदेश: विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा, "...हमने सबको बुलाया है और समान रूप से बुलाया है...जो आए उसका स्वागत है, जो ना आए वो उसकी इच्छा है। राम के दर्शन वो ही कर पाएगा जिसको राम बुलाएंगे..."
दिल्ली के बाबर रोड पर हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा लगाया गया 'अयोध्या मार्ग' का स्टिकर हटा दिया गया है।
बाबर रोड पर 'अयोध्या मार्ग' का स्टीकर लगाया
हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के बाबर रोड पर 'अयोध्या मार्ग' का स्टीकर लगाया।
पाकिस्तान के हिंगलाज शक्तिपीठ से अयोध्या आएगा जल... आइए इसके बारे में जानते हैं
पाकिस्तान के शक्तिपीठ से शनिवार को जल अयोध्या आएगा। हम यहां आपको इस मंदिर के बारे में बता रहे हैं। हिंगलाज माता मन्दिर, पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के हिंगलाज में हिंगोल नदी के तट पर स्थित एक हिंदू मन्दिर है। यह हिंदू देवी सती को समर्पित इक्यावन शक्तिपीठों में से एक है। यहां इस देवी को हिंगलाज देवी या हिंगुला देवी भी कहते हैं। इस मंदिर को नानी मंदिर के नामों से भी जाना जाता। पिछले तीन दशकों में इस जगह ने काफी लोकप्रियता पाई है और यह पाकिस्तान के कई हिंदू समुदायों के बीच आस्था का केंद्र बन गया है।
उत्तर प्रदेश: 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या पहुंचने पर नेपाल के भक्तों ने श्री राम भजन गाए।
नागपुर में स्कूल के बच्चे श्रीराम धुन पर थिरके
मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास बोले - प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम की मूर्ति की आंखें नहीं दिखाई जा सकतीं
शुक्रवार को सामने आई भगवान राम की मूर्ति पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास का कहना है, 'प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने से पहले भगवान राम की मूर्ति की आंखें नहीं दिखाई जा सकतीं। जिस मूर्ति में भगवान राम की आंखें दिख रही हैं, वह असली मूर्ति नहीं है। अगर ये मूर्ति सही है तो आंखें किसने दिखाईं और मूर्ति की तस्वीरें कैसे वायरल हो रही हैं, इसकी जांच होनी चाहिए।
योद्धा स्वरूप में है रामलला का रजत विग्रह
प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए रामलला के एक रजत विग्रह का निर्माण कराया गया है। दस किलो वजन के इस विग्रह में रामलला धनुष-बाण धारण किए हैं। पूजन की कुछ विधि ऐसी हैं जिन्हें अचल विग्रह के साथ नहीं पूरा किया जा सकता, क्योंकि अचल विग्रह भारी है। उसे बार-बार हिलाया नहीं जा सकता। इसलिए पूजन की कुछ विधियां इसी रजत विग्रह के साथ पूरी की जा रही हैं। आचार्य केशव शास्त्री ने बताया कि भगवान राम ने जब रावण को मारने के लिए उसकी नाभि पर अग्निबाण चलाया था तो उस समय उनका जो स्वरूप था, उसी में रजत विग्रह निर्मित है।
अयोध्या के लिए रोजाना चलेंगी 80 बसें
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद लखनऊ से अयोध्या के बीच रोजाना 80 बसों का संचालन किया जाएगा। इससे तकरीबन 40 हजार श्रद्घालुओं को राहत मिलेगी। बस अड्डों से हर 20 मिनट के अंतराल पर यात्रियों को बसें उपलब्ध होंगी। हाल ही रोडवेज प्रशासन ने कैसरबाग से अयोध्या के बीच एसी जनरथ बसों का संचालन शुरू किया है। वहीं 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं के लिए रोडवेज लखनऊ से अयोध्या के बीच 80 बसें संचालित करेगा। आलमबाग, चारबाग, कैसरबाग और अवध बस स्टेशन से अयोध्या के लिए सीधी बसों की साधारण सेवाएं चलेंगी। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि इससे लखनऊ से अयोध्या के बीच साधारण बसों की संख्या दोगुनी हो जाएगी। इन बसों की समय सारिणी बस अड्डों पर लगे एलईडी स्क्रीन पर दिखेगी। इस बाबत तैयारियां पूरी हो गई हैं। सभी बस अड्डों पर श्रद्धालुओं के लिए हेल्प डेस्क भी बनाई गई हैं। इनसे श्रद्धालु बसों के आवागमन की जानकारी ले सकते हैं। परेशानी होने पर यात्री टोल फ्री नंबर-18001802877 पर संपर्क कर सकते हैं।
300 आस्था ट्रेनें देशभर से अयोध्या के लिए चलेंगी
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में श्रद्घालुओं की संख्या में वृद्घि की उम्मीद को देखते हुए रेलवे प्रशासन आस्था ट्रेनों को चलाने की तैयारी कर रहा है। गोमतीनगर व चारबाग से अयोध्या के लिए आस्था मेमू ट्रेनें चलाई जाएंगी। उम्मीद जताई जा रही है कि ये ट्रेनें 25 से शुरू हो सकती हैं। बहरहाल अफसर ट्रेन के नोटिफिकेशन जारी होने का इंतजार कर रहे हैं।
अयोध्या के महत्व को देखते हुए उत्तर रेलवे अयोध्या कैंट, अयोध्या धाम, सालारपुर व दर्शननगर, तो पूर्वोत्तर रेलवे रामघाट स्टेशन को अत्याधुनिक बना रहा है। अब आस्था ट्रेनों को चलाने की तैयारी है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आस्था ट्रेनें दो तरह की रहेंगी। अयोध्या के आसपास के जिलों से आस्था मेमू ट्रेनें चलाई जाएंगी। मसलन, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी आदि जगहों से आस्था मेमू ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके लिए 10 ट्रेनें मिलेंगी। वहीं दक्षिण भारत, दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद आदि जगहों से लंबी दूरी की आस्था ट्रेनें चलेंगी, जिसमें स्लीपर व एसी की बोगियां रहेंगी। ऐसी तकरीबन 300 ट्रेनें पूरे देश से चलकर अयोध्या पहुंचेंगी। छोटी दूरी के लिए चलने वाली आस्था मेमू ट्रेनों को 25 से शुरू किया जा सकता है। पर, इस बाबत आधिकारिक रूप से अफसर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
आज नवनिर्मित मंदिर में प्रवेश करेंगे विराजमान रामलला
प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के क्रम में शनिवार को 81 कलशों के विविध औषधियुक्त जल से रामलला के अचल विग्रह को स्नान कराया जाएगा। वहीं, अस्थायी मंदिर में विराजमान रामलला की चल मूर्ति भी शनिवार को नवनिर्मित गर्भगृह में प्रवेश करेगी। राममंदिर निर्माण के प्रभारी गोपाल राव ने बताया कि अस्थायी मंदिर में विराजमान रामलला की चल मूर्ति समेत अन्य प्रतिमाओं को शनिवार को नवनिर्मित मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कराया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा के क्रम में शनिवार को रामलला का शक्कर व फल से अधिवास कराया जाएगा। इसके लिए यज्ञ, हवन, वेदों के पारायण समेत अन्य अनुष्ठान होंगे।
अब 23 से नए मंदिर में रामलला के दर्शन
रामनगरी आने वाले श्रद्धालुओं को शनिवार से तीन दिनों तक रामलला के दर्शन नहीं होंगे। 20 व 21 को अस्थायी राममंदिर में दर्शन बंद रहेगा, जबकि 22 जनवरी को नए मंदिर में रामलला की अचल मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस दिन केवल प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मौजूद अतिथियों को ही दर्शन मिलेगा। आम श्रद्धालु 23 को ही नए मंदिर में रामलला के दर्शन कर पाएंगे।