No Entry In Burqa: मुरादाबाद के हिंदू पीजी कॉलेज में बुर्का पहनकर पहुंची छात्राओं को कॉलेज प्रशासन ने ड्रेस कोड का हवाला देते हुए एंट्री देने से इनकार कर दिया। इसके बाद कॉलेज गेट पर हंगामा हो गया। वहीं मुस्लिम छात्राओं का कहना है कि बुर्का पहनकर कॉलेज में एंट्री पाना उनका अधिकार है।
बुर्का पहनकर पहुंची छात्राओं को कॉलेज में एंट्री नहीं मिलने के बाद सपा छात्र सभा के पदाधिकारी कॉलेज पहुंच गए। उन्होंने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सत्यव्रत सिंह रावत और चीफ प्रॉक्टर डॉ. एपी सिंह से सपा छात्र सभा के पदाधिकारियों की नोकझोंक भी हुई। हंगामा बढ़ने पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने कॉलेज प्रशासन और छात्राओं से बात की। जिसके बाद छात्राएं वापस चली गईं।
ड्रेस कोड की घोषणा 2 महीने पहले ही कर दी गई थी। सभी को बता दिया गया था कि 1 जनवरी से कॉलेज में यूनिफॉर्म में ही आना होगा। कॉलेज प्रशासन का निर्णय सभी को मानना चाहिए। मुस्लिम छात्राओं की सुविधा के लिए कॉलेज के गेट पर ही एक कक्ष बनाया गया है जहां छात्राएं बुर्का बदल सकती हैं।डॉ. एपी सिंह, चीफ प्रॉक्टर, हिंदू कॉलेज
बुधवार को बुर्का पहनकर पहुंची छात्राओं को रोकने के बाद सपा छात्र सभा के इसमें कूदने से मामला तूल पकड़ गया। सपा छात्र सभा के पदाधिकारियों की मांग थी कि छात्राओं को क्लास रूम तक बुर्का पहनकर जाने दिया जाए।
लेकिन कॉलेज प्रशासन ने साफ कर दिया कि ड्रेस कोड सभी जाति और धर्म के स्टूडेंट्स पर समान रूप से लागू होगा। ड्रेस कोड का पालन सभी को करना होगा और बिना ड्रेस कोड के किसी को भी कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
सपा छात्र सभा जिला अध्यक्ष मोहम्मद असलम चौधरी समेत कई अन्य पदाधिकारियों ने प्राचार्य को ज्ञापन देते हुए छात्राओं को क्लासरूम तक बुर्के में जाने दिए जाने की मांग की है। इसी जिद के साथ वे धरने पर भी बैठे लेकिन कॉलेज प्रशासन ने ड्रेस कोड के मामले में ढील देने से इनकार कर दिया है।